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अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश

जागरण संवादादाता, नई दिल्ली : नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 07:55 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 07:55 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश
अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश

जागरण संवादादाता, नई दिल्ली : नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक विदेशी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर दिल्ली-एनसीआर से 9650 किलो अवैध रसायन एसिटिक एनहाईड्राइड बरामद किया गया है। इस रसायन का प्रयोग हेरोइन को परिष्कृत करने में किया जाता है। आरोपितों की पहचान अफगानी नागरिक शमसुद्दीन करीम जादा, प्रतीक शुक्ला और हिमांशु राणा के रूप में हुई है। वे लुब्रीकेंट ऑयल कंपनी की आड़ में अवैध धंधा कर रहे थे। गिरोह से जुड़े अन्य तस्करों की तलाश की जा रही है।

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एनसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक एसके झा ने बताया कि विभाग को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग एसिटिक एनहाईड्राइड रसायन की तस्करी में लगे हैं और इसकी बड़ी खेप नोएडा स्थित एक कंपनी में रखी है। इस गिरोह के तार विदेश से भी जुड़े हुए हैं। इसके बाद विभाग ने नोएडा स्थित कंपनी परिसर में छापा मारा तो वहां से 9650 किलो अवैध रसायन मिला। तफ्तीश में कंपनी के निदेशक प्रतीक शुक्ला सहित अन्य तस्करों के बारे में जानकारी मिली। दिल्ली और गाजियाबाद में छापा मारकर शमसुद्दीन करीम जादा, प्रतीक और हिमांशु को दबोच लिया गया।

पूछताछ में पता चला कि तस्कर अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े हुए हैं। वे रसायन का प्रयोग उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन बनाने में करते थे। बरामद रसायन की कीमत भी करोड़ों में आंकी गई है। एनसीबी के अधिकारी ने बताया कि एसिटिक एनहाईड्राइड या इथेनोइक एनहाईड्राइड प्रतिबंधित रसायन है। इसका प्रयोग अमूमन नशे वाली दवा बनाने में होता है। इसके लिए लाइसेंस लेना जरूरी है, लेकिन इस रसायन का प्रयोग तस्कर हेरोइन के निर्माण में कर रहे थे। विभाग पता लगा रहा है कि गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं, आरोपित रसायन कहां से प्राप्त करते थे और कहां इसका प्रयोग हेरोइन बनाने में करते थे। उन्होंने बताया कि एनसीबी ने गत तीन वर्षो में इस रसायन की यह सबसे बड़ी बरामदगी की है।


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