शराब के नशे में की थी मां-बेटे की हत्या
दिलशाद कॉलोनी इलाके में मां-बेटे की हत्या में पुलिस ने दूसरे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान अमित चौहान उर्फ गोली के रूप में हुई है। इससे पहले पुलिस ने अंकित नामक आरोपित को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारियों की मानें तो अंकित ने अमित के साथ मिलकर दोनों को मौत की नींद सुला दिया था। इसके बाद दोनों फरार हो गए थे। जांच में पता चला है कि वारदात से पहले दोनों ने अशोक नगर रेलवे फाटक के पास जमकर शराब पी थी। शराब के नशे में ही दोनों दिलशाद कॉलोनी पहुंचे। यहां वीना (45) और उनके बेटे रवि (21) की छुरे से हत्या कर दी। पुलिस ने इन दोनों के कब्जे से रवि की मोटरसाइकिल और आरोपितों के खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। हालांकि वारदात में इस्तेमाल हथियार का पुलिस को पता नहीं चल पाया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिलशाद कॉलोनी इलाके में मां-बेटे की हत्या में पुलिस ने दूसरे आरोपित अमित चौहान उर्फ गोली को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने अंकित को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारियों की मानें तो अंकित ने अमित के साथ मिलकर दोनों की हत्या की। इसके बाद दोनों फरार हो गए थे। जांच में पता चला है कि वारदात से पहले दोनों ने अशोक नगर रेलवे फाटक के पास जमकर शराब पी थी। नशे में ही दोनों दिलशाद कॉलोनी पहुंचे। यहां वीना (45) और उनके बेटे रवि (21) की छुरा घोंपकर हत्या कर दी। पुलिस ने इन दोनों के कब्जे से रवि की मोटरसाइकिल और आरोपितों के खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। हालांकि वारदात में इस्तेमाल हथियार का पुलिस को पता नहीं चल पाया है।
पुलिस उपायुक्त मेघना यादव ने बताया कि शनिवार रात बी-3, दिलशाद कॉलोनी से मां-बेटे का शव बरामद हुआ था। आठ घंटे के भीतर पुलिस ने अंकित को गिरफ्तार कर लिया। अंकित रवि का दोस्त था। अंकित ने वीना से 25 हजार रुपये उधार लिए थे। इसे लौटाने का दबाव था। शुक्रवार शाम 7 बजे दोनों वीना के घर पहुंचे। यहां रवि भी मौजूद था। रात 10 बजे रवि खाने का आर्डर पहुंचाने के लिए घर से निकल गया। इसी दौरान दोनों ने मौका पाकर वीना की हत्या कर दी। दोनों ने शव को बिस्तर के अंदर चादर में लपेटकर डाल दिया। साढ़े दस बजे रवि लौटा तो आरोपितों ने उसे बाथरूम में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। इस केस को सुलझाने में स्पेशल स्टाफ के एएसआइ पवन मलिक, प्रहलाद, हेड कांस्टेबल क¨वदर के अलावा सीमापुरी के थानाप्रभारी संजीव कुमार, इंस्पेक्टर अरुण चौहान आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कड़े और चाल ने अंकित को पकड़वाया
जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में किसी भी आरोपित का चेहरा नहीं था। एक आरोपित फ्लैट से सीढि़यों से निकलता हुआ नजर आया। वह थोड़ा लड़खड़ा कर चल रहा था। उसके दाहिने हाथ में कड़ा था। पुलिस ने 40 लोगों से पूछताछ की थी। इसमें रवि के संपर्क वाले कई युवक व युवतियां भी थीं। इनसे ही पता चला है कि रवि का दोस्त अंकित घुटने में चोट के कारण लड़खड़ाकर चलता है। इस पर पुलिस ने नंदनगरी से अंकित को गिरफ्तार किया। अंकित से पूछताछ के बाद अमित चौहान को पकड़ा गया।