पीट-पीटकर सहपाठी की हत्या
ज्योति नगर इलाके में 11वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने अपने ही एक सहपाठी की पीट-पीटकर जान ले ली। मृतक की पहचान गौरव (17) के रूप में हुई है। गौरव को स्कूल से निकलते ही आरोपितों ने घेर लिया था। उसे पार्क में लेकर वारदात को अंजाम दिया गया। इसके बाद सभी आरोपित मौके से फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि इस मामले में दो नाबालिग आरोपित हिरासत में लिए गए हैं। उनसे पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि गौरव और आरोपितों के बीच करीब एक हफ्ते पहले भी झगड़ा हुआ था। अन्य आरोपितों की तलाश में टीमों को लगाया गया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : ज्योति नगर इलाके में कुछ छात्रों ने अपने सहपाठी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान गौरव (17) के रूप में हुई है। उसने वेस्ट ज्योति नगर स्थित राजकीय बाल विद्यालय से 10वीं की परीक्षा पास की थी और 11वीं में कॉमर्स में अन्य स्कूल में दाखिले के लिए टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) लेने आया था। इस बीच वह जैसे ही स्कूल से बाहर निकला, 8-10 छात्रों ने पास स्थित पार्क में ले जाकर वारदात की। आसपास के सीसीटीवी की फुटेज में भी कुछ छात्र गौरव को पार्क में ले जाते दिख रहे हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि दो नाबालिग आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि गौरव और आरोपितों के बीच करीब एक हफ्ते पहले भी झगड़ा हुआ था। पुलिस अन्य आरोपितों की भी तलाश कर रही है।
गौरव परिवार के साथ गली नंबर-5, बाबरपुर में रहता था। करीब 10 साल पहले गौरव के पिता नरेश कुमार की मौत हो गई थी। इसके बाद मां सुमित्रा ने रजी अहमद से दूसरी शादी की थी। गौरव को वेस्ट ज्योति नगर स्थित स्कूल में 10वीं के बाद आर्ट्स मिल रहा था, लेकिन वह कामर्स पढ़ना चाहता था और शिवाजी पार्क स्थित एक स्कूल में दाखिला लेने की तैयारी में था।
बुधवार दोपहर करीब 3:30 बजे वह मां और मौसी के लड़के साथ टीसी लेने स्कूल आया था। इसमें देरी होने पर गौरव ने मां को घर भेज दिया और खुद मौसेरे भाई के साथ कुछ देर के लिए स्कूल से बाहर निकल गया। इसी दौरान 8-10 छात्रों ने घेर लिया और पास स्थित पार्क में ले जाकर मारपीट कर अधमरा कर दिया। मौसेरे भाई ने सुमित्रा को फोन कर बुलाया और गौरव को पहले एक निजी अस्पताल, फिर जीटीबी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने पिटाई के अलावा गला घोंटने के भी आरोप लगाए। सड़क पर शव रखकर सवा घंटे प्रदर्शन
गौरव की मौत से परिवार में मातम पसरा है। मां सुमित्रा, भाई गो¨वदा और दो बहनें गरिमा व हेमलता का रो-रोकर बुरा हाल है। बृहस्पतिवार को पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद परिजनों ने सभी आरोपितों को पकड़ने की मांग के साथ बाबरपुर में 100 फुटा रोड पर शव रखकर करीब सवा घंटे तक प्रदर्शन किया। इससे दोनों ओर जाम लग गया। जिला पुलिस उपायुक्त खुद मौके पर पहुंचे और जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। इसके बाद गौरव का अंतिम संस्कार किया गया।