किताब में बदली गई थी अबुल कलाम व नजमा हेपतुल्ला की विवादित तस्वीर
जासं, नई दिल्ली : सीबीआइ ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि कंट्रिज फर्स्ट एजुकेशन मिि
जासं, नई दिल्ली : सीबीआइ ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि कंट्रिज फर्स्ट एजुकेशन मिनिस्टर किताब में मौलाना अबुल कलाम आजाद व नजमा हेपतुल्ला की प्रकाशित विवादित तस्वीर बदली गई थी। न्यायमूर्ति राजीव शकधर की पीठ ने पूछा कि जांच में क्या सामने आया, तस्वीर किसने बदली। जांच एजेंसी ने कहा कि इसका पता नहीं चल सका है। पीठ ने सीबीआइ के बयान को नोट किया और अगली तारीख पर सुनवाई की बात कही।
दिसंबर, 2014 में अदालत में दायर अपनी स्थिति रिपोर्ट में सीबीआइ ने कहा था कि जांच के दौरान गवाहों का परीक्षण किया गया था और सुबूत जुटाए गए थे। लेकिन उसे ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला जिससे यह कहा जा सके कि तस्वीर को बदला गया है। हाई कोर्ट अबुल कलाम आजाद के भतीजे फिरोज बख्त अहमद की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि तस्वीर में बदलाव तब हुआ जब मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर) की अध्यक्ष थीं। इस विवादास्पद तस्वीर में नजमा हेपतुल्ला के ग्रेजुएट होने के मौके पर मौलाना अबुल कलाम आजाद उनके साथ बैठे दिख रहे हैं। यह तस्वीर आइसीसीआर के एक प्रकाशन में शीर्षक जर्नी ऑफ ए लीजेंड, ऑन द लाइफ ऑफ इंडियाज फर्स्ट एजुकेशन मिनिस्टर में प्रकाशित हुई थी। हालाकि, आइसीसीआर ने बाद में यह तस्वीर हटा ली थी।