कोरोना काल में बदल गई कई परंपराएं : महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत
जागरण संवाददाता दक्षिणी दिल्ली कोरोना संक्रमण के बाद खुले मंदिरों में इस बार सदियों से चली
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली:
कोरोना संक्रमण के बाद खुले मंदिरों में इस बार सदियों से चली आ रही परंपराएं बदल गई हैं। माता के दर्शन करने को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर जरूर खुले हैं, लेकिन कई प्रतिबंधों के साथ। कालका जी मंदिर के महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत ने दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान बताया कि मां के दर्शन के लिए मंदिर अवश्य खोले गए हैं, लेकिन अभी कई प्रतिबंध लगे हुए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए भक्तों को शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। मंदिर में सेवादार भी लगाए गए हैं। ये लोग लगातार नौ दिन तक मंदिर में आने वाले भक्तों के मास्क चेक करेंगे। उन्हें सैनिटाइजर देकर हाथ साफ करवाएंगे और शारीरिक दूरी का पालन करना सुनिश्चित कराएंगे। वॉलेंटियर्स सफाई के अलावा सुरक्षा-व्यवस्था संभालने में पुलिस की भी मदद करेंगे। इसके अलावा मां को भेट के रूप में प्रसाद व फूल नारियल की मनाही है। मंदिर के घंटों को भी श्रद्धालुओं को छूने की अनुमति नहीं दी गई है, वहीं मंदिर की तरफ से भी प्रसाद या टीका भक्तों को नहीं दिया जा रहा है, जिससे कोरोना से बचाव संभव हो सके। मंदिर के अंदर व बाहर निगरानी के लिए पुलिस व निजी गार्ड भी तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पूरे परिसर की निगरानी की जा रही है।