होम क्वारंटाइन उल्लंघनकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने संबंधित अधिकारियों को सभी होम क्वारंटाइन के मामलों की कड़ाई से निगरानी करने को कहा है। प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने आधुनिक तकनीक का उपयोग करने का भी निर्देश दिया है। इस समय दिल्ली सरकार ने 20000 से अधिक घरों को होम क्वारंटाइन किया हुआ है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने संबंधित अधिकारियों को सभी होम क्वारंटाइन के मामलों की कड़ाई से निगरानी करने को कहा है। प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने आधुनिक तकनीक का सहारा लेने का भी निर्देश दिया है। इस समय दिल्ली सरकार ने 20,000 से अधिक घरों को होम क्वारंटाइन किया हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के मरीजों को, जिन्हें अस्पतालों, आइसोलेशन केंद्रों से डिस्चार्ज किया गया है तथा जिनकी क्वारंटाइन अवधि पूरी हो गई है, उन सभी की ट्रैकिग के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर (एसओपी) बनाई जाए।
उपराज्यपाल ने जिला प्रशासन और पुलिस को शारीरिक दूरी एवं होम क्वारंटाइन पर कड़ी निगरानी रखने एवं उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। होम क्वारंटाइन के प्रभावी निगरानी के लिए चिकित्सा कर्मचारी समय-समय पर इन स्थानों का दौरा करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने इस तरह के कार्यो को व्यापक रूप से प्रचारित करने का भी निर्देश दिया, ताकि दूसरे भी इससे सबक ले सकें।
मंगलवार सुबह उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य सचिव, निदेशक (आइएलबीएस)/अध्यक्ष एस.टी.एफ कोविड-19 के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कोरोना संक्रमण की ताजा स्थिति पर समीक्षा बैठक की। इस दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। उपराज्यपाल ने कहा कि मौजूदा हालात में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हाल ही में कुछ खाद्य वितरण केंद्रों पर शारीरिक दूरी के मानदंडों के उल्लंघन के बारे में रिपोर्ट मिली है। इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, खाद्य वितरण केंद्रों की संख्या, जो वर्तमान में 500 तक है, को बढ़ाकर 2500 किया जाएगा, ताकि शारीरिक दूरी का प्रभावी कार्यान्वयन हो सके।
उपराज्यपाल ने कोरोना के प्रसार के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में बेड एवं आइसीयू बेड बढ़ाने तथा परीक्षण किट, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), वेंटिलेटर, नेबुलाइजर, दवाइयां इत्यादि के इंतजाम यथाशीघ्र करने के निर्देश दिए ताकि बढ़ते मामलों की तैयारी समयपूर्व की जा सके।