योग की प्राचीन पद्धति ने विश्व को एक सूत्र में पिरोया : नायडू
जागरण संवाददाता नई दिल्ली लालकिला परिसर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित समारोह में शरीर के साथ समाज को भी स्वस्थ्य रखने का संदेश दिया गया। ब्रह्माकुमारी संस्था के सहयोग से आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु के साथ एक साथ 40 हजार से अधिक लोगों ने योग किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग को बढ़ावा देने के प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश की प्राचीन पद्धति ने पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। विश्व के 177 देशों ने सर्वमत से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में 21 जून को मान्यता दी। आज पूरे विश्व में एक साथ योग दिवस मनाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: लालकिला परिसर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित समारोह में शरीर के साथ समाज को भी स्वस्थ्य रखने का संदेश दिया गया। ब्रह्माकुमारी संस्था के सहयोग से आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ 40 हजार से अधिक लोगों ने योग किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग को बढ़ावा देने के प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश की इस प्राचीन पद्धति ने पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। विश्व के 177 देशों ने एकमत से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। यह मात्र शारीरिक व्यायाम ही नहीं, जीवन जीने का मंत्र भी है। यह धर्म, जाति व भाषा से ऊपर उठकर लोगों में शांति और भाईचारे का संदेश दे रहा है। योग से पूर्ण मानव व्यक्तित्व पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे जीवन में शांति आती है और ऊर्जा बढ़ती है। इस आयोजन का मीडिया पार्टनर दैनिक जागरण था।
ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्य प्रवक्ता ब्रजमोहन ने गीता में वर्णित योग का सार समझाते हुए कहा कि योग से दैवी संपदा अर्थात स्वर्णित दुनिया की स्थापना के साथ-साथ विकारों-काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार जो आत्मा में आसुरी संपदा है उसका नाश होता है। कार्यक्रम में सभी धर्म के लोगों ने भाग लिया। हैदराबाद के मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति फिरोज बख्त अहमद ने कहा जहां विज्ञान समाप्त हो जाता है, वहां पर योग काम करता है। यह विज्ञान से कहीं आगे है। उन्होंने ओम शब्द के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक शब्द प्रदर्शित करता है कि ईश्वर एक ही है वह किसी धर्म के लिए अलग नहीं है। ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां अल्लाह का वास्तविक परिचय पाकर उनका जीवन ही बदल गया। भारत स्थित बहाई सम्प्रदाय एवं लोट्स टेंपल के राष्ट्रीय न्यासी डॉ ए के मर्चेंट ने प्रभु से एकता का वर मांगा। दिल्ली यहूदी सम्प्रदाय सिनागोग के मुख्य पुजारी व सचिव राबी आइजैक ने सभी से राजयोग को जीवन शैली में शामिल करने का अनुरोध किया। चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर के पुजारी पंडित शिवा नंद मिश्रा ने मंत्रोच्चारण किए। इससे पूर्व बीके चक्रधारी दीदी ने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए उनको तुलसी का पौधा भेंट किया। बीके आशा ने योग को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयास की प्रशंसा की। मेट्रो ने आसान किया योग साधकों का रास्ता
योग साधकों के लिए मेट्रो ने रास्ता आसान किया। भोर से ही मेट्रो सेवा शुरू हो गई थी। इसके चलते लोगों को लालकिला पहुंचने में आसानी रही। लालकिला में योग समारोह में शामिल होने के लिए लोग दिल्ली के विभिन्न स्थानों के साथ ही एनसीआर के शहरों से सुबह तड़के ही पहुंचने लगे थे। उनको लाने के लिए बस की भी व्यवस्था थी, निजी वाहनों से भी लोग पहुंच रहे थे। एलईडी पर चल रहा था मोदी का कार्यक्रम
लालकिला परिसर में हर किसी को पानी के साथ नाश्ते का भी प्रबंध किया गया था। बैठने के लिए कुर्सियां लगी थीं, तो एलइडी स्क्रीन पर मंच के साथ ही रांची में चल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आयोजन को भी प्रसारित किया जा रहा था। हजारों लोगों की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा के लिए अर्द्ध सैनिक बल के साथ ही दिल्ली पुलिस के जवान भी तैनात थे।
::::::::::::::::::: यहां आकर अच्छा लगा। मैं, हर वर्ष इसमें उत्साहपूर्वक भाग लेती हूं। योग तन, मन के साथ समाज के लिए भी अच्छा है। हर दिन कुछ समय योग के लिए निकालने पर मन को नई ऊर्जा मिलती है।
गीता, कंपनी संचालक गुस्से पर काबू करने का सबसे अच्छा तरीका योग है। अगर हम काम के बोझ के चलते कम सो पा रहे हैं तो भी अगर नियमित रूप से योग करते हैं तो सारी थकान गायब हो जाती है। यह एकाग्रता बढ़ाने में भी सहायक है।
अंजली, मेडिकल की छात्र शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका योग है। इससे कई बीमारियों पर काबू पाकर चुस्त दुरुस्त रहा जा सकता है। उम्र के साथ आने वाली बीमारियों पर तो खास कर दवा से अधिक योग कारक है।
तुलसा शर्मा, गृहणी योग करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। हम खुद के लिए इस बहाने समय निकालते हैं। यह शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही हमें मानसिक मजबूती भी देता है, जो आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है।
सुभाष अग्रवाल, नौकरीपेशा योग से हमें ऊर्जा मिलती है और हमारी हर सांस में योग बसा हुआ है है। योग न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य में बल्कि हमारे जीवन में भी बड़ा बदलाव लेकर आया है। दिनभर की भागदौड़ के बीच तनावपूर्ण जिंदगी में योग से ही हमें मानसिक शांति मिली है।
डॉ. एके शर्मा, स्वास्थ्यकर्मी