JNU विवाद पर कुमार विश्वास का ट्वीट- 'तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे...'
विश्वास ने फेसबुक के जरिये कहा है, ‘इस मौके पर एक उदाहरण स्थापित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में यह दोहराया न जाए। उन्होंने कैफी का हवाला देते हुए लिखा है-तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे/ छूने पाए ना सीता का दामन कोई।'
नई दिल्ली। जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी पर आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल से अलग रुख अपनाया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है, ‘कोई भी राष्ट्रविरोधी ताकतों का समर्थन नहीं करता, लेकिन इस बहाने निर्दोष छात्रों को निशाना बनाना मोदी सरकार को महंगा पड़ेगा।’ वहीं, कुमार विश्वास ने कैफी का हवाला देते हुए लिखा है-तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे/ छूने पाए ना सीता का दामन कोई।
केजरीवाल ने दी लोगों को बधाई- 'आज ही दिन दिल्ली को हुआ था AAP से प्यार'
कुछ इसी तरह का ट्वीट करते हुए लालू यादव ने कहा है, ‘राष्ट्र विरोध से मुकाबला हमारी रगों में है, लेकिन निदरेष छात्रों पर दमन फासीवाद का चेहरा हो सकता है, हमारे हिंदुस्तानी राष्ट्रवाद का नहीं।’
विश्वास ने फेसबुक के जरिये कहा है, ‘ज्ञान का पीठ कहे जाने वाले विश्वविद्यालय में कुछ लोग खुलेआम राष्ट्र-विरोधी नारे लगा दें या देश में आतंक फैलाने वाले पड़ोसी देश के समर्थन में नारे लगाएं और भारत की न्यायिक व्यवस्था, प्रशासन व्यवस्था और बुद्धिजीवी वर्ग शांत रह जाए, यह दु:ख और आश्चर्य की बात है।’
कुमार ने यह भी लिखा है कि देश की सरकार से और निरंतर झूठे मुकदमों में हम आम लोगों को परेशान करने, शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे बच्चों पर लाठियां बरसाने वाली दिल्ली पुलिस से निवेदन है कि इस मामले में भी कानून-सम्मत निश्चित धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई करे।
परिसर के संबंधित अधिकारियों को भी सवालों के दायरे में ले कि उनके रहते राष्ट्र विरोधी नारे कैसे लग गए। इस मौके पर एक उदाहरण स्थापित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में यह दोहराया न जाए। उन्होंने कैफी का हवाला देते हुए लिखा है-तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे/ छूने पाए ना सीता का दामन कोई।