दिल्ली की पांच सड़कें बनेंगी विश्वस्तरीय, खर्च होंगे 422 करोड़ रुपये
योजना के तहत इन पांचों सड़कों पर सुंदरीकरण किए जाने के साथ ही स्ट्रीट स्केपिंग का कार्य कर विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। योजना पर 422 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश की राजधानी दिल्ली की पांच सड़कों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित करने की योजना को एक्सपेंडिचर एवं फाइनेंस कमेटी (ईएफसी) ने मंजूरी दे दी है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। योजना के तहत इन पांचों सड़कों पर सुंदरीकरण किए जाने के साथ ही स्ट्रीट स्केपिंग का कार्य कर विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। योजना पर 422 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
यहां बता दें कि दिल्ली सरकार ने लंबे अर्से से इस योजना को मंजूरी दिलाने को लेकर प्रयासरत थी। हालांकि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों ने योजना में कई बार बदलाव किया। वहीं अधिकारी भी फाइलों को भी इधर-उधर घुमाते रहे। इससे योजना में लगातार देरी होती रही।
बुधवार को ईएफसी की बैठक में तय किया गया कि सड़कों को यूनीफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर (प्लानिंग एंड इंजीनिय¨रग) सेंटर (यूटिपेक) के नियमों के तहत सुधारा जाएगा। इसके तहत सड़कों पर स्ट्रीट स्केपिंग व सुंदरीकरण का काम किया जाएगा। इसमें फुटपाथ को चौड़ा करने, आरसीसी के नाले व नालियों का निर्माण, साइकिल ट्रैक का निर्माण, रैंप, पार्किंग व बेहतर लाइट की व्यवस्था की जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर पहले दो सड़कों को विकसित किया जा चुका है।
एक साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट
लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस योजना को एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें चयनित पांचों सड़कों की कुल लंबाई 30 किलोमीटर है। इन्हें पूरी तरह से विदेश सड़कों की तरह विकसित किया जाएगा।
यह सड़कें की जाएंगी विकसित
- 39.98 करोड़ से शिव देशपुरी मार्ग से पटेल मार्ग तक
- 86.19 करोड़ रुपये से रोड नंबर 41 व 41ए का वजीरपुर डिपो क्रासिंग से रिठाला मेट्रो स्टेशन तक
- 84.84 करोड रुपये से रिंग रोड-मायापुरी से मोतीबाग तक
- 32.48 करोड़ रुपये से विकास मार्ग-लक्ष्मी नगर चुंगी से कड़कड़ी मोड़ तक
- 19.35 करोड़ रुपये से नरवाना रोड-मदर डेयरी से पुंज महल निवास तक