कवियों ने कहा याद बहुत आएंगे अटल बिहारी
फोटो : 16 डेल 101 से 103 -दिल्ली में विभिन्न इलाकों में आयोजित किए गए काव्यांजलि कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में दिल्ली भाजपा ने विभिन्न स्थानों पर काव्यांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य कार्यक्रम जनपथ स्थित अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित किया गया। इसमें अटल के व्यक्तित्व एवं जीवन पर आधारित कविताओं का पाठ किया गया।
प्रख्यात हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि अटल जी जब प्रधानमंत्री थे तो मैंने एक कवि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि का आमंत्रण देने गया था। इस दौरान मैंने उनसे एक दो कविता पाठ भी करने का आग्रह किया था। इस पर उन्होंने बड़े सहज व मजाकिया अंदाज में कहा कि आप लोग तो शुल्क लेते हैं और पीएम से मुफ्त में कविता पाठ करवाएंगे। हालांकि उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचकर कविता पाठ किया। कवि चरणजीत ने कहा 'आज नहीं तो कल हो जाऊं, सबकी चाह सफल हो जाऊं हर नेता का पैमाना है, इतना बढू़ूं कि अटल हो जाऊं'।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अटल जी एक परोपकारी संस्कारों से पोषित व्यक्तित्व थे, जिनके विचारों को लोग राजनीतिक विचारधारा की भिन्नता के बाद भी सुनते और समझते थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1999 में जब पाकिस्तान ने भारत की सीमाओं में घुसने की चेष्टा की तब वाजपेयी ने सेना को सख्ती से निपटने का आदेश दिया। भारत की सेना उन्हें खदेड़ते हुए पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गई। परोपकारी स्वभाव के अटल जी ने सेना को पाकिस्तान में और अधिक अंदर न जाने को कहा। इसके पीछे उनका यह विश्वास था कि भारतीय सभ्यता अतिक्रमणकारी नहीं है। यह उनके विशाल हृदय का भी प्रमाण है।
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने चीन द्वारा सिक्किम पर दावा करने के विवाद को खत्म कराने का श्रेय भी अटल जी को दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि अटल जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे और हमेशा छोटे राजनीतिक विवादों से ऊपर रहते थे। केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अटल जी चाहे सरकार में हों या विपक्ष में एक अच्छे वक्ता के रूप में वह हमेशा अपनी छाप छोड़ते थे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रकाश जावड़ेकर ने कार्यक्रम में शामिल हुए।