भगवान को पाना है तो किसी को दुख नहीं पहुंचाएं : विजय कौशल
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : अगर भगवान को पाना है तो उसके दो ही तरीके हैं। या तो भोला ब
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : अगर भगवान को पाना है तो उसके दो ही तरीके हैं। या तो भोला बनिए या फिर करुणा से भगवान को पुकारिए। भगवान से अगर संपर्क स्थापित करना है तो भोलेपन से करुणा के साथ भगवान को याद करें, न कि किसी स्वार्थ के साथ। भगवान से जीवंत स्थापित करें। जब संबंध जीवंत हो जाता है तो मूर्ति-मूर्ति नहीं रहती, बल्कि वह ईष्ट बन जाती है। भगवान को पाना है तो उसके बनाये उन लोगों की सेवा करें, जिनके पास कुछ भी नही हैं, क्योंकि नर सेवा ही नारायण सेवा है।
ये बातें सेवा भारती द्वारा आइपी एक्टेंशन में आयोजित रामकथा के चौथे दिन कथावाचक विजय कौशल महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि भगवान को अगर खुश करना है तो किसी को दुख मत पहुंचाओ। अगर कोई तुम्हारे साथ बुरा करता है तो उसका बदला बुराई से मत दो। अच्छाई से उसका जवाब दो। इससे जीवन में सुख बना रहेगा।
राम कथा के मुख्य संयोजक संजय गुप्ता ने कहा कि भगवान सबके दिल की सुनते हैं। भले ही वह अच्छा हो या बुरा। जब हम भगवान से कोई प्रार्थना करते हैं तो उसमें लालच नहीं होना चाहिए। कथा में चिडि़पाल, नरेश गुप्ता, शिवकुमार गुप्ता, सह प्रांत कार्यवाह आरएसएस दयानंद, सेवा भारती के प्रांत अध्यक्ष तरुण गुप्ता, राजीव गुगलानी, जसवंत राय अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल, रवि जैन, राजेश दत्ता, वीरेंदर गुप्ता, मुकेश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, महेश जालान भी मौजूद रहे।