जेएनयू में जारी रहेगी छात्रों की भूख हड़ताल
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अपनी मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से छात्र भूख हड़ताल कर रहे हैं। बीते सोमवार से 11 छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू की थी। शनिवार को छात्रों के समर्थन में जेएनयू के कई विभागों में पढ़ाई कर रहे छात्र इकट्ठा हुए और कैंपस परिसर में उनके समर्थन मार्च निकाला। छात्र संघ की ओर से बताया गया कि शनिवार के दिन तक कुल पांच छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। इनका शुगर का स्तर और ब्लड प्रेशर भी गिर चुका है। लेकिन इसके बावजूद इन्होंने जेएनयू प्रशासन के खिलाफ अपनी भूख हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेएनयू प्रशासन की ओर से जो कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। उसमें कई खामिया हैं। हम इसमें पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जो पहले बीए दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री छात्रों की हुआ करती थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अपनी मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से छात्र भूख हड़ताल पर हैं। बीते सोमवार से 11 छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू की थी। शनिवार को छात्रों के समर्थन में जेएनयू के कई विभागों में पढ़ाई कर रहे छात्र एकत्र हुए और उनके समर्थन में कैंपस परिसर में मार्च निकाला।
छात्र संघ की ओर से बताया गया कि भूख हड़ताल के कारण शनिवार तक कुल पांच छात्रों की तबीयत बिगड़ी है। इनका शुगर का स्तर और रक्तचाप भी गिर चुका है। लेकिन इसके बावजूद इन्होंने जेएनयू प्रशासन के खिलाफ भूख हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेएनयू प्रशासन की ओर से जो कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, उसमें कई खामियां हैं। हम इसमें पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जो पहले बीए दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री छात्रों की हुआ करती थी, उसे भी समाप्त कर दिया है। छात्र संघ ने आरोप लगाया कि इंजीनियरिग कोर्स के छात्रों के लिए अब तक विभाग का निर्माण नहीं किया गया है, लेकिन उनसे 70 हजार रुपये तक फीस वसूल ली गई है। हमारी कोशिश है कि जेएनयू के छात्रों के समर्थन में पूरे देश के छात्र आएं। सभी से सोमवार को एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करने के लिए आग्रह किया गया है। छात्रों ने कहा कि हमारी मांगों को लेकर कुलपति हमें समय दें और बातचीत करें। उनका छात्रों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। छात्र संघ का आरोप है कि होली के दिन जब भूख हड़ताल पर बैठे छात्र कुलपति से बात करने गए तो उन्होंने बात नहीं की।