जेएनयू प्रशासन व छात्र संघ फिर आए आमने-सामने
जेएनयू में कोविड-19 संक्रमण का मामला सामने आने के बाद छात्रों को घर जाने के लिए कहा गया। लेकिन छात्र संघ इसका विरोध कर रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन और जेएनयू छात्र संघ एक बार फिर आमने-सामने हो गए हैं। जेएनयू प्रशासन की तरफ से 8 जून को एक अधिसूचना जारी करते हुए विश्वविद्यालय के सभी छात्रों को कोविड-19 का संस्थान के स्वास्थ्य केंद्र में मामला सामने आने के बाद, सभी छात्रों को घर जाने के निर्देश दिए थे।
इस पर जेएनयू छात्र संघ ने गुरुवार को बयान जारी करते हुए प्रशासन पर कहा कि छात्रावास के वार्डन छात्रावास में घुसकर निरीक्षण कर रहे हैं। छात्र संघ ने छात्रों को कैंपस में निर्धारित जगह देने की मांग की ताकि वे वहीं रह सकें।
वहीं प्रशासन ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कोविड-19 का मामला कैंपस में आने के बाद छात्रों से निवेदन किया गया है कि वह अपने घरों में लौट जाएं। छात्रों की सुरक्षा को लेकर उन्हें यह बात कही गई है।
सरस्वती सभ्यता के वेबिनार में छात्रों ने जताई आपत्ति : जेएनयू प्रशासन की तरफ से 13 जून को 'सरस्वती सभ्यता : भारतीय इतिहास में एक बदलाव' शीर्षक पर एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सेवानिवृत्त मेजर जनरल जीडी बख्शी व्याख्यान देंगे। इस पर जेएनयू के सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज के छात्रों ने आपत्ति जताई है।
वहीं प्रशासन ने कहा कि इस वेबिनार में कई विशेष जानकारी छात्रों व अन्य लोगों को मिलेगी। सभी इसमें आने के लिए स्वतंत्र हैं।