जेएनयू देशभर के 30 शिक्षकों को बनाएगा अकादमिक प्रशासक
एमएचआरडी के लीडरशिप फॉर एकेडमिशियन प्रोग्राम (लीप) के तहत अनुभवी शिक्षकों को अकादमिक प्रशासक बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नई दिल्ली,जेएनएन। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) देशभर के तीस शिक्षकों को तीन सप्ताह के लिए प्रशिक्षण देगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी)के लीडरशिप फॉर एकेडमिशियन प्रोग्राम (लीप) के तहत अनुभवी शिक्षकों को अकादमिक प्रशासक बनाने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे शिक्षक न सिर्फ विश्वविद्यालय या अपने शिक्षण संस्थानों को देश भर में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी व्यापक पहचान दिलाएंगे।
जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि लीप के तहत 11 फरवरी से 22 फरवरी के दौरान शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह अब-तक का सबसे नया और बेहतरीन प्रोग्राम है। इसके साथ ही हमने सिंगापुर नेशनल यूनिवर्सिटी से समझौता भी किया है। समझौते के तहत 22 फरवरी के बाद एक हफ्ते के लिए सिंगापुर में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंत्रालय ने लीप के तहत प्रशिक्षण के लिए जेएनयू समेत दो अन्य विश्वविद्यालयों को भी चुना है।
इसका दिया जाएगा प्रशिक्षण
लीप के तहत शिक्षा व्यवस्था में नीतिया कैसे बनाते हैं,रणनीतियों और प्रबंधन की जिम्मेदारी को एकसाथ कैसे निभाएं,शिक्षा व्यवस्था को संभालते हुए मतभेदों को कैसे दूर किया जाए,विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थानों में नए इंक्यूबेटर और नए आइडिया को अपनाकर कैसे बदलाव लाया जाए का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ये हैं पात्रता के मापदंड
प्रशिक्षण के लिए अगले हफ्ते से आवेदन शुरू हो जाएगा। देशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपति कुछ शिक्षकों के नामों को रजिस्टर्ड भी करा सकते हैं। इस प्रशिक्षण के पात्रता मापदंड के तहत शिक्षक को आठ साल तक प्रोफेसर का अनुभव,तीन साल तक शिक्षण संस्थान में प्रशासनिक अनुभव और शोध में अच्छा अनुभव होना चाहिए। कई रिसर्च जर्नल में शोध प्रकाशित होने चाहिए। उम्र 55 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
क्यों है जरूरत
जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि प्रोफेसरों एवं शिक्षकों को अच्छा प्रशासनिक अधिकारी बनाने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम से शिक्षक शिक्षा प्रणाली को बहुत आगे तक ले जाने के साथ ही अच्छे प्रशासक बन सकेंगे।