शिक्षकों की ऑनलाइन शिक्षण क्षमता बढ़ा रहा जामिया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) के प्री-प्राइमरी और एलीमेंट्री स्कूल के शिक्षकों के लिए मंगलवार से तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला की शुरुआत हो गई है। इसमें स्कूल के शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे इनकी इस स्वरूप में मूल्यांकन क्षमता बढ़ सके।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) के प्री-प्राइमरी और एलीमेंट्री स्कूल के शिक्षकों के लिए मंगलवार से तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला की शुरुआत हो गई है। इसमें स्कूल के शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे इनकी इस स्वरूप में मूल्यांकन क्षमता बढ़ सके। इसका आयोजन जेएमआइ के एजुकेशन स्टडीज विभाग की तरफ से किया जा रहा है। जामिया के विभिन्न स्कूलों के 100 से अधिक प्री-प्राइमरी और एलीमेंट्री स्तर के शिक्षक कार्यशाला में हिस्सा ले रहे हैं।
जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने कार्यशाला में कहा कि मौजूदा समय में शिक्षा पद्धति भूतपूर्व बदलाव के दौर से गुजर रही है। हम इस बदलाव के मोड़ पर शिक्षा पद्धति के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे करें, इसे ध्यान में रखते हुए यह महसूस किया गया कि जेएमआइ के शिक्षक छात्रों को निरंतर मार्गदर्शन कर सकें इसके लिए उन्हें समय के अनुरूप सक्षम बनाना जरूरी है।
जामिया की फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के डीन प्रोफेसर एजा•ा मसीह ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षकों को समय के अनुरूप खुद की क्षमता को विकसित करना जरूरी है। नई प्रौद्योगिकियां स्कूलों में प्रथाओं को बदलने के तरीके खोल रही हैं। शिक्षा पद्धति और संस्कृति में भी बड़े बदलाव आ रहे हैं। इस कार्यक्रम में एनसीईआरटी के सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशनल टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर इंदु कुमार, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डीआइईटी) दरियागंज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के प्रोफेसर अनुपम आहूजा और जामिया के सेंटर फॉर इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी के कार्यवाहक निदेशक डॉ. काजिम नकवी मौजूद थे।