देश की साझी संस्कृति से रूबरू हुए जर्मनी के राष्ट्रपति
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रेंक वाल्टर स्टेनमायर ने अपनी पत्नी एल्क बुड
जासं, नई दिल्ली : जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रेंक वाल्टर स्टेनमायर ने पत्नी एल्क बुडनबर्ग के साथ प्रसिद्ध जामा मस्जिद का दौरा किया। अतिथि दंपती जामा मस्जिद के भव्य स्थापत्य से अभिभूत दिखे। इस दौरान उनके साथ जामा मस्जिद के एडवाइजरी काउंसिल के महामंत्री सैयद तारिक बुखारी भी मौजूद रहे। जर्मन राष्ट्रपति ने जामा मस्जिद की ऐतिहासिकता व इसकी अहमियत के बारे में भी जानकारी ली। उनका सवाल था कि देश में विभिन्न धर्मो के लोग आपस में मिलजुल कर कैसे रहते हैं। इस बारे में उन्हें तारिक बुखारी ने बताया कि सभी धर्मो और भाषाओं को एक साथ लेकर चलने में परंपरागत और ऐतिहासिक तौर पर भारत सबसे अनुभवी राष्ट्र हैं। वहीं, जामा मस्जिद इसका जीता-जागता उदाहरण है। इसके दोनों तरफ ¨हदू-मुस्लिम मिलजुल कर रहते हैं। जामा मस्जिद ने आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। अंग्रेजों के खिलाफ फतवा इसी मस्जिद से जारी हुआ।
जर्मनी के राष्ट्रपति का काफिला सुबह 9 बजे के करीब जामा मस्जिद पहुंच गया था। उनके साथ जर्मनी दूतावास के अधिकारी भी साथ रहे। इस दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम थे।