लाल किला परिसर में दिखा महिला शक्ति का दमखम
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : ऐतिहासिक लाल किला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक और ऐतिहासिक प
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : ऐतिहासिक लाल किला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक और ऐतिहासिक पल का गवाह बना। लाल किला परिसर में 20 हजार से अधिक महिलाओं ने एक साथ योग कर महिला शक्ति का दमखम दिखाया। इसमें अर्द्धसैनिक बल की दो हजार महिला जवानों के साथ ब्रह्मकुमारी, गृहणी व कामकाजी महिलाएं भी शामिल हुई। छोटे बच्चों से लेकर 102 वर्ष की दादी जानकी ने योग कर निरोग होने का सबसे सहज रास्ता दुनिया के सामने रखा।
योग के सहारे महिला शक्ति का परिचय कराने के लिए दिल्ली के पड़ोसी राज्यों की महिलाएं भी यहां पहुंची। भोर में ही महिलाओं का कारवां लाल किला पहुंचने लग गया था। यहां कई एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी, जिनपर देहरादून में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण भी प्रसारित किया गया।
पुरानी दिल्ली के लोगों के साथ विदेशी पर्यटकों की भी मौजूदगी देखी गई। कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय आदिवासी कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हर भारतीय के लिए यह गर्व का दिन है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की बदौलत भारत की इस सनातन निरोग पद्धति को पूरे विश्व में नई पहचान मिली है। योग से शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
संयुक्त राष्ट्र इंफोरमेशन सेंटर के डेर्क सेगर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में वर्ष 2014 में रखा गया था। इसको सदस्य देशों का समर्थन मिला। पहले साल इसे विश्व के लगभग सभी देशों में मनाया गया। आज प्राचीन भारतीय अभ्यास की प्रतिध्वनि पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।
ब्रह्मकुमारी की प्रमुख दादी जानकी ने कहा कि योग अपनी आत्मा से जुड़ने और उससे संबंध बनाने का सहज माध्यम है। नियमित रूप से योग हमें न सिर्फ मजबूत और स्थिर बनाता है, बल्कि पूरे विश्व में शांति, प्यार के साथ शक्ति का प्रसार करता है।
ओम शांति उपचार सेंटर गुरुग्राम की निदेशक ब्रह्मकुमारी आशा ने कहा कि योग न सिर्फ शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखता है बल्कि दिमाग और बुद्धि में सामंजस्य स्थापित करता है। ब्रह्मकुमारी के मुख्य प्रवक्ता बृज मोहन ने कहा कि लाल किला सभी धर्मो में एकता का प्रतीक है। :::::::::::::::::::
योग की वजह से मेरे जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव आया है। शरीर को स्वस्थ रखने के साथ दिमाग को भी योग से नई ऊर्जा मिलती है। मैं रोजाना योग करती हूं।
प्रतिभा, करोलबाग
मैं 17 सालों से नियमित तौर पर योग कर रही हूं। इससे मुझे नई ऊर्जा की प्राप्ति होती है। योग तनाव को दूर रखने के साथ-साथ शरीर को बीमारियों से भी दूर रखता है।
डॉ. शशि किरण, करोलबाग
मैं करीब 10 साल से रोजाना योग कर रही हूं। इससे मेरी एकाग्रता बढ़ी है, जिससे मुझे लक्ष्य हासिल करने में आसानी होती है। पढ़ाई में भी इसका फायदा होता है।
रितु, सोनीपत
भले ही कितनी भी व्यस्तता हो, मगर मैं योग के लिए समय निकाल लेता हूं। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में योग एक वरदान की तरह है।
सुनील, मयूर विहार