निजामपुर गांव के स्टेडियम में नहीं है चौकीदार
जागरण संवाददाता बाहरी दिल्ली कबड्डी का गढ़ कहे जाने वाले निजामपुर गांव के पहलवान जं
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
कबड्डी का गढ़ कहे जाने वाले निजामपुर गांव के पहलवान जंगलीराम स्टेडियम की हालत इन दिनों दयनीय है। यहां पर न चौकीदार है, न माली है और न ही कई खेलों के कोच। स्टेडियम के बीचो-बीच से गुजरती बिजली की तारों की वजह से कभी भी अनचाही घटना घट सकती है। इसके अलावा देखरेख न होने की वजह से यहां स्थित जिम का सामान तक चोरी हो चुका है। कुछ दिनों पहले पानी की मोटर भी चोरी हो गई। इस कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गांव के निवासी कृष्ण छिल्लर व संजय छिल्लर ने बताया कि यहां पर ग्रामीण देहात के युवा दौड़, कबड्डी आदि खेलों का अभ्यास करने आते हैं। सरकार की ओर से उन्हें सुविधा नहीं दी जा रही। न चौकीदार है न माली। इस कारण स्टेडियम के मैदान में बना ट्रैक भी खस्ताहाल हो चुका है। ट्रैक के बीच में ही घास उगी हुई है। इससे 100 मीटर, 200 मीटर व 400 मीटर दौड़ का अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा स्टेडियम की देखरेख न होनी की वजह से यहां से जिम का सामान भी चोरी हो गया है।
खिलाड़ियों के लिए मैट का अभाव
कृष्ण व संजय छिल्लर ने कहा कि स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए मैट उपलब्ध नहीं करवाया गया है। इस वजह से उन्हें मिट्टी में ही खेलना पड़ रहा है। नतीजन वह मैट पर अभ्यास करने से वंचित रह जाते हैं। मुकाबले के दौरान इसका सीधा असर उनके प्रदर्शन पर पड़ता है और वह चाहकर भी अपना सौ फीसद नहीं दे पाते। उन्होंने कहा कि अब सर्दी का मौसम आ गया है। इस दौरान अगर बच्चे मैट पर अभ्यास करेंगे तो उन्हें मुकाबले के दौरान काफी सुविधा होगी।