आइआइटी दिल्ली ने किया डीआरडीओ और सीआरपीएफ संग करार
भारत की आंतरिक सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकियों के प्रबंधन के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी दिल्ली) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के बीच एक करार हुआ है। आइआइटी दिल्ली का ज्वांइट एडवांस टेक्नॉलजी सेंटर भारतीय सशस्त्र बलों को भविष्य की उन्नत तकनीक उपलब्ध कराने के लिए शोध करेगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
भारत की आंतरिक सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान, प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकीय प्रबंधन के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी दिल्ली), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के बीच एक करार हुआ है।
आइआइटी दिल्ली के ज्वाइंट एडवांस टेक्नोलॉजी सेंटर में भारतीय सशस्त्र बलों को भविष्य की उन्नत तकनीक उपलब्ध कराने के लिए शोध किया जाएगा। आइआइटी एक विशेषज्ञ समूह तैयार करने में भी मदद करेगा जो सुरक्षा बलों की अभियान संबंधी चुनौतियों के लिए तकनीकी समाधान खोजने की दिशा में काम करेगा।
सीआरपीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सीआरपीएफ के 40 इंजीनियरिग स्नातक अधिकारियों और अधीनस्थ अधिकारियों का एक बैच आइआइटी दिल्ली के शिक्षा कार्यक्रम के तहत तीन से छह महीने का प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम करेंगे। इससे उन्हें जटिल चुनौतियों से निपटने, अभियान संबंधी और रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिहाज से विशिष्ट कौशल, क्षमता और ज्ञान मिलेगा।
आइआइटी निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव ने कहा कि यह समझौता सुरक्षा बलों की तकनीकी और प्रबंधकीय जरूरतों को हल करने के लिए एक साथ काम करने का बेहतरीन अवसर है। रक्षा क्षेत्र में नवीन अनुसंधान सशस्त्र बलों की जरूरतों को ध्यान में रखकर किए जाएंगे।