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आइजीआइ एयरपोर्ट के विस्तार पर खर्च होंगे नौ हजार करोड़

फोटो संख्या-30 डेल-603 -एयरपोर्ट के विकास पर आधारित दो पुस्तकों का किया गया विमोचन -विस्त

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 10:06 PM (IST)
आइजीआइ एयरपोर्ट के विस्तार 
पर खर्च होंगे नौ हजार करोड़
आइजीआइ एयरपोर्ट के विस्तार पर खर्च होंगे नौ हजार करोड़

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

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उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि देश में लगातार विमान से यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) हवाई यात्रियों का हब बन गया है। यहां यात्रियों की तादात भी लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में विश्व के 16 बड़े एयरपोर्ट में इसका नाम आता है। लेकिन, यात्रियों की संख्या के अनुसार जल्द इसका शुमार विश्व के बड़े एयरपोर्ट में होने लगेगा। एयरपोर्ट की क्षमता के विस्तार के लिए काम चल रहा है। इसमें करीब नौ हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके बाद इस एयरपोर्ट से प्रतिवर्ष 10 करोड़ यात्री विमान यात्रा कर सकेंगे।

यह बातें उपराष्ट्रपति ने एक दशक में आइजीआइ एयरपोर्ट के विकास पर लिखी गई दो पुस्तक 'दी इकोनॉमिक इंपैक्ट ऑफ देल्ही एयरपोर्ट' और दिल्ली हवाईअड्डा के 10 साल की यात्रा पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक के लोकार्पण समारोह में कहीं। कार्यक्रम का आयोजन उपराष्ट्रपति भवन के सरदार वल्लभभाई पटेल सभागार में किया गया था। इस मौके उपराष्ट्रपति ने कहा कि आइजीआइ एयरपोर्ट देश की शान है। इसका बखूबी निर्माण किया गया है। इस कारण इसकी गिनती विश्व स्तरीय एयरपोर्ट में हो रही है। यह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल का सफल उदाहरण है।

नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि आइजीआइ एयरपोर्ट के विकास के बाद वहां यात्री सुविधा और सेवा में लगातार सुधार हुआ है। एक ओर जहां यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं, एयरपोर्ट रोजगार देने वाले हब के रूप में उभरा है। आइजीआइ से सीधे एक लाख जबकि परोक्ष रूप से पांच लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। एयरपोर्ट पर 2018 में सात करोड़ यात्रियों के आवागमन का अनुमान है। यह संख्या 2020 तक 11 करोड़ के आकड़े को पार कर जाएगी। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि एयरपोर्ट पर ट्रैफिक मूवमेंट में 250 फीसद तक की वृद्धि दर्ज की गई है। आने वाले समय में यह फीसद बढ़कर 400 तक पहुंच जाएगा।

जीएमआर समूह के चेयरमैन जीएम राव ने बताया कि कंपनी ने आइजीआइ के निर्माण को एक चुनौती के रूप में लिया था। 37 महीने के रिकार्ड समय में टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कराया गया। जीएमआर के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर आइ प्रभाकर राव ने बताया कि यात्रियों की संख्या के मद्देनजर आइजीआइ एयरपोर्ट पर टर्मिनल-वन के विस्तार के साथ ही चौथे रनवे के निर्माण का काम भी शुरू कराया गया है। नया रनवे सन 2022 तक काम करने लगेगा। वर्तमान में एयरपोर्ट पर तीन रनवे से विमानों का संचालन होता है। इस मौके पर नागर विमानन सचिव आरएन चौबे, डायल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विदेह कुमार जयपुरिया भी मौजूद रहे।


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