लॉकडाउन में भूल गए थे तो फिर से याद कर लें लेन सिस्टम
ढाई माह से चल रहे लॉकडाउन के कारण घरों में बंद लोग सड़कों पर निकले तो जाम लगने लगा है। वहीं लॉकडाउन के दौरान बाहर निकलने वाले लोग भी सड़कें खाली होने के कारण लेन का ध्यान नहीं रख रहे थे। लेकिन सोमवार से लॉकडाउन पूरी तरह से खुल जाने से अब सड़कों पर जाम लगने लगा है। ऐसे में यातायात पुलिस भी लेन सिस्टम के प्रति लोगों को जागरूक करने में जुट गई है। अभी कुछ दिन जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को सिर्फ समझाया जाएगा। उसके बाद लेन तोड़ने वालों का चालान भी किया जाएगा।
अरविद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली :
ढाई माह से चल रहे लॉकडाउन के कारण घरों में बंद लोग सड़कों पर निकले तो जाम लगने लगा है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान बाहर निकलने वाले लोग भी सड़कें खाली होने के कारण लेन का ध्यान नहीं रख रहे थे। लेकिन, सोमवार से लॉकडाउन पूरी तरह से खुल जाने से अब सड़कों पर जाम लगने लगा है। ऐसे में यातायात पुलिस भी लेन सिस्टम के प्रति लोगों को जागरूक करने में जुट गई है। अभी कुछ दिन जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को सिर्फ समझाया जाएगा। उसके बाद लेन तोड़ने वालों का चालान भी किया जाएगा। अभी छूट, दूसरे चरण में चालान भी कटेगा सोमवार को सभी ट्रैफिक सर्किल में ट्रैफिक इंस्पेक्टरों के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में लोगों को लेन सिस्टम के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क पर साइन बोर्ड के साथ मौजूद यातायात पुलिसकर्मी उन लोगों को रोककर समझा रहे हैं जो लोग अपनी लेन में नहीं चलते हैं। उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि अपनी लेन में चलना क्यों जरूरी है। अभियान का अगला चरण कुछ दिनों बाद शुरू होगा। इसमें लेन सिस्टम का पालन न करने वाले लोगों का चालान भी किया जाएगा। सोमवार को टीआइ साकेत इंस्पेक्टर कुलदीप तिवारी और नेहरू प्लेस में टीआइ इंस्पेक्टर राजेश कुमार आदि के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। यह है लेन सिस्टम इसके तहत सबसे बाई तरफ की लेन में कम स्पीड वाले बस, ट्रक व अन्य कमर्शियल चौपहिया वाहन चलते हैं। वहीं, बीच वाली लेन में ऑटो, दोपहिया वाहन व कम स्पीड वाले निजी वाहन चलते हैं। जबकि, सबसे दाहिनी वाली लेन में हाई स्पीड वाली निजी कारें चलती हैं। लेकिन, जब इस सिस्टम का उल्लंघन कर वाहन चालक दूसरी लेन में प्रवेश कर जाते हैं तो इससे जाम तो लगता ही है, सड़क हादसे का खतरा भी बना रहता है। इसी से बचने के लिए पुलिस ने यह अभियान चलाया है।