Move to Jagran APP

इको फ्रेंडली होली मनाएगी दिल्ली

रंगों के त्योहार होली को दिल्ली वाले इको फ्रेंडली तरीके से मनाएंगे। इसके लिए मोहल्लों और कालोनियों में बकायदा जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों से फूलों से बने रंग का प्रयोग करने की गुजारिश की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 04:49 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 04:49 PM (IST)
इको फ्रेंडली होली मनाएगी दिल्ली
इको फ्रेंडली होली मनाएगी दिल्ली

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

loksabha election banner

रंगों के त्योहार होली को दिल्ली वाले इको फ्रेंडली तरीके से मनाएंगे। इसके लिए मोहल्लों और कॉलोनियों में बाकायदा जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों से फूलों से बने रंग का प्रयोग करने की गुजारिश की जा रही है। मध्य दिल्ली के कई रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) इस बार इक्रो फ्रेंडली होली मनाने की तैयारियों में जुटी है। स्थानीय लोग भी इसको लेकर सजग हैं। बाजार में बाकायदा टेसू, गेंदा और गुलाब के फूलों से बने रंगों की खरीदारी हो रही है, वहीं कोई चंदन का टीक लगाकर एक-दूसरे को होली की शुभकामना देगा तो कोई गुलाल से होली को रंगीन करेगा। दरियागंज आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष विजय रुस्तगी ने कहा कि घर-घर जाकर लोगों को होली को अच्छे तरीके से मनाने की अपील की जा रही है, ताकि खुशियों के रंग में भंग न पड़ जाए। इसलिए उनसे प्राकृतिक रंगों के इस्तेमाल की गुजारिश की जा रही है। इसी तरह होली के दिन नशा न करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। जामा मस्जिद आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष डॉ. संजय ढींगरा ने कहा कि होली पर पानी का दुरुपयोग भी देखने को मिलता है। इसलिए इस बार पहले से ही लोगों को पानी के कम से कम इस्तेमाल और गाढ़ा रंग इस्तेमाल न करने की अपील की जा रही है। इसकी जगह पर अबीर का इस्तेमाल हर लिहाज से सही है। यह लोगों को बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खराब रंगों का आंखों और त्वचा पर काफी खराब असर पड़ता है। हर होली को ऐसे कई मामले सामने आते हैं तो इस बार लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्राकृतिक रंगों का ही प्रयोग करें।

करोलबाग आरडब्ल्यूए फेडरेशन के अध्यक्ष बालन मणि ने बताया कि उनके यहां कई साल से इको फ्रेंडली होली मनाई जा रही है। इसके लिए खासतौर पर तैयारियां की जाती हैं। बाजार से फूल खरीदकर लाया जाता है और वे एक-दूसरे पर फेंके जाते हैं, वहीं रंगों और गुलाब में इको फ्रेंडली उत्पादों को तरजीह दी जाती है। इससे लोगों का रंगों का त्योहार मनाने का उत्साह बढ़ गया है। नॉर्थ दिल्ली आरडब्ल्यूए फेडरेशन के अध्यक्ष अशोक भसीन ने कहा कि सभी लोगों को प्राकृतिक रंगों से होली खोलने की गुजारिश की गई है। पानी की बर्बादी को रोकने के लिए वे ईको फ्रेंडली होली को तरजीह दें। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया गया है कि वे पानी की जगह सूखे रंगों से होली मनाएं। दिल्ली में वैसे ही पानी की किल्लत रहती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.