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अधिकारियों की अनदेखी के चलते पार्को से गायब होने लगी हरियाली, नहीं हो रही पौधों की सिंचाई

मंगलापुरी वार्ड में बीते तीन माह से पार्कों में लगे ट्यूबवेल की मोटर खराब होने के कारण पेड़-पौधों की सिंचाई नहीं हो पाई है। जिसके कारण पार्कों में लगे पेड़-पौधे अब सूख चुके हैं और पार्क की सुंदरता धूमिल हो गई है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 04:54 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 04:54 PM (IST)
अधिकारियों की अनदेखी के चलते पार्को से गायब होने लगी हरियाली, नहीं हो  रही पौधों की सिंचाई
बिजली विभाग के पास मोटर दुरुस्त कराने के लिए भी पर्याप्त फंड नहीं है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

 नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मंगलापुरी वार्ड में बीते तीन माह से पार्कों में लगे ट्यूबवेल की मोटर खराब होने के कारण पेड़-पौधों की सिंचाई नहीं हो पाई है। जिसके कारण पार्कों में लगे पेड़-पौधे अब सूख चुके हैं और पार्क की सुंदरता धूमिल हो गई है। वार्ड के निगम पार्षद नरेंद्र कुमार ने बताया कि ट्यूबवेल की मोटर को दुरुस्त करने का कार्य निगम के बिजली विभाग के अंतर्गत आता है, पर नजफगढ़ जोन के बिजली विभाग के पास मोटर दुरुस्त कराने के लिए भी पर्याप्त फंड नहीं है।

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बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता की माने तो उन्होंने मोटर को दुरुस्त कराने के कार्य का टेंडर बनाकर उच्च अधिकारियों को सौंप दिया है और आयुक्त स्तर से जैसे ही फंड जारी होगा, काम शुरू कर दिया जाएगा। अफसोस की बात कि ट्यूबवेल की खराब मोटर को दुरुस्त कराने की फाइल एक विभाग से दूसरे विभाग में घूम रही है। वार्ड में हाल ही में विकसित किए गए सीनियर सिटीजन पार्क, पाकेट-नौ व महावीर एंक्लेव में गली नंबर-पांच स्थित पार्क खराब होने की कगार पर पहुंच चुके है, क्योंकि यह पेड़-पौधों की सिंचाई का कोई दूसरा माध्यम नहीं है।

नरेंद्र कुमार ने बताया कि बिजली विभाग के अभियंताओं के पास अपना कोई फंड नहीं होता है और वे छोटे से छोटे कार्यों को कराने के लिए आयुक्त द्वारा जारी किए जाने वाले फंड पर निर्भर है। नियम की इन पेचीदगियों के कारण पार्कों के सुंदरीकरण के लिए खर्च किया गया फंड भी बर्बाद हो रहा है। पार्कों में लगे झूले व ओपन जिम के रखरखाव का टेंडर भी छह माह पहले खत्म हो चुका है।


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