महिला कारोबारियों के लिए सरकार राहत पैकेज की करे घोषणा
लॉकडाउन के दौरान दुकानें बंद हो गई थी। फैक्ट्री में उत्पादन नहीं हो रहा था। लोग घरों में बंद थे। अनलॉक वन के दौरान अब सरकार की ओर से राहत दी गई और लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें खोल ली है लेकिन अभी भी परेशानी कम नहीं हो रही है। एक तरफ ग्राहक नहीं हैं तो दूसरी तरफ दुकान के खर्चे निकालना भी संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में महिला कारोबारी भी काफी परेशान हैं। राजधानी में करीब दो लाख महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : लॉकडाउन के दौरान दुकानें बंद हो गई थी। फैक्ट्री में उत्पादन नहीं हो रहा था। लोग घरों में बंद थे। अनलॉक-1 के दौरान अब सरकार की ओर से राहत दी गई और लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें खोल ली है, लेकिन अभी भी परेशानी कम नहीं हो रही है। एक तरफ ग्राहक नहीं हैं तो दूसरी तरफ दुकान के खर्चे निकालना भी संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में महिला कारोबारी भी काफी परेशान हैं। राजधानी में करीब दो लाख महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार कर रही हैं। इस समय उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली में अपनी सैलून अकेडमी चलाने वाली महिला उद्यमी जाह्नवी कौर ने बताया कि दिल्ली में महिलाएं सैलून, पार्लर, बुटीक, आभूषण, एजुकेशन एकेडमी, इवेंट कंपनी और एक्जीबिशन, ई-कॉमर्स आदि के जरिए अपना व्यापार करती हैं। लॉकडाउन के बाद से बिजनेस की स्थिति बिगड़ गई है। हमारी सरकार से मांग है कि सभी महिला कारोबारियों के लिए भी सरकार राहत पैकेज की घोषणा करें। इसके अलावा सरकार कम से कम ब्याज पर ऋण की व्यवस्था करे, जिससे कि हम काम फिर से शुरू कर सकें। अपने व्यापार को पटरी पर लाने के लिए पैसों की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभी कम ग्राहक आ रहे हैं। लेकिन दुकान का किराया, बिजली बिल, कर्मचारियों का वेतन तो हमें देना ही पड़ रहा है। ऐसे में हमें काफी परेशानी हो रही है। सरकार इस तरफ जल्द से जल्द ध्यान दे।