काव्यांजलि ने शिक्षकों ने किया कविता पाठ
राजधानी कॉलेज की काव्य-समितिकाव्यांजलिने एक ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया। सर्वप्रथम काराजधानी कॉलेज की काव्य-समितिकाव्यांजलिने एक ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया। सर्वप्रथम काव्यांजलि के संयोजक डॉ.जसवीर त्यागी ने कविता संबंधी अपने विचार व्यक्त किये।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : राजधानी कॉलेज की काव्य-समिति'काव्यांजलि'ने एक ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया। सर्वप्रथम काव्यांजलि के संयोजक डॉ.जसवीर त्यागी ने कविता संबंधी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम की शुरुआत अंग्रेजी विभाग के शिक्षक व साहित्यकार डॉ. वेदमित्र शुक्ला की 'सादगी का आचरण, और कोरोना का रावण'शीर्षक कविताओं से हुई। तत्पश्चात कम्प्यूटर साइंस की वरिष्ठ शिक्षिका व कवयित्री डॉ. सुरूचि गौतम ने अपनी दो कविताएं क्रमश: हिन्दी और अंग्रेजी में सुनायी। भौतिक विभाग की शिक्षिका डॉ. ऋतु मलिक ने अपनी अंग्रेजी की कविता'एक्सचेंज ऑफ वर्ड्स बिटवीन ए कपल'शीर्षक से कविता पढ़ी। डॉ.जसवीर त्यागी ने अपनी'शरद के फूल'और'दो अजनबी'कविताएं साझा कीं।
शिक्षक रचनाकारों के बाद'काव्यांजलि'के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। हर्षिता पाठक, आंचल बिष्ट, अपूर्वा चड्ढा ने अपनी अंग्रेजी कविताएं सुनायीं। कुंवरदीप सिंह ने पंजाबी कविता से सभी को आकर्षित किया। जिशान्त, प्रियंका मौर्या, शाहनवाज, दीपक, अभिषेक तिवारी, सूरज, अजय, हार्दिक, शिवानी ने स्वरचित हिन्दी कविताओं से माहौल को जीवंत बना दिया। प्रस्तुत की गयी कविताओं में प्रेम, मां, रिश्ते-नाते, प्रकृति और पर्यावरण तथा राजनैतिक स्वर की मुखरता रही।'काव्यांजलि'के अध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने अंग्रेजी में लिखी कविताओं का हिन्दी अनुवाद भी गोष्ठी में प्रस्तुत किया।
काव्य गोष्ठी में प्रस्तुत की गयी कविताओं पर डॉ. सुरुचि गौतम और डॉ. ऋतु मलिक ने सारगर्भित वक्तव्य दिये। इस आयोजन में अंग्रेजी की प्रसिद्ध कवयित्री डॉ. रचना सेठी, राजनीति विज्ञान के डॉ. इरशाद परवे•ा की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के समापन पर'काव्यांजलि'के अध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। आयोजन का सफल संचालन सूरज ने किया और शिवानी ने सभी का आभार प्रकट किया।