आरोप साबित हुए तो मैं फांसी लगा लूंगा नहीं तो राजनीति छोड़ें केजरीवाल: गंभीर
आम आदमी पार्टी द्वारा आपत्ति जनक पर्चा बांटे जाने का आरोप लगाए को लेकर गौतम गंभीर ने ट्वीट करके कहा कि अगर ये आरोप साबित हो जाएं तो मैं सार्वजनिक स्थान पर फांसी लगाने को तैयार हूं। इस मामले ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। गौतम के समर्थन में क्रिकेटर हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण भी उतर आए हैं।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
आम आदमी पार्टी द्वारा आपत्तिजनक पर्चा बांटे जाने का आरोप लगाए को लेकर गौतम गंभीर ने ट्वीट करके कहा कि अगर यह आरोप साबित हो जाए तो मैं सार्वजनिक स्थान पर फांसी लगाने को तैयार हूं।
गौरतलब है कि आप आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस में यह आरोप लगाया था कि गौतम गंभीर ने अखबारों में डलवाकर एक पैंफ्लेट बंटवाया है। जिसमें उन पर गंदे आरोप लगाए गए हैं। इस माध्यम से भाजपा ने राजनीति की हद पार कर दी है। इन आरोपों को लेकर गौतम गंभीर का कहना है कि मैं ऐसा सोच भी नहीं सकता कि कोई इस तरह की घिनौनी हरकत कर सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री राजनीति के निचले स्तर पर आ गए हैं। उन्होंने गणेश चौक पर शुक्रवार शाम आयोजित एक सभा में कहा कि उनके जीवन में अब तक इस तरह का आरोप कभी नहीं लगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी राजनीति के इतने निचले स्तर पर गिर सकती है इसके बारे में मैं कभी सोच भी नहीं सकता हूं। अगर आरोप साबित हो जाते हैं तो मैं सदा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा। राजनीति से इस्तीफा देते समय कागज भी उनका होगा, कलम भी उनकी होगी और इस्तीफे का मजमून भी उनका होगा। सिर्फ दस्तखत मेरा होगा। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अगर यह आरोप साबित हो जाए तो वह सार्वजनिक स्थान पर फांसी लगाने को तैयार हैं। लेकिन, शर्त यह है कि इस चुनौती को केजरीवाल इस रूप में स्वीकार करें कि अगर आरोप साबित नहीं हुए तो वह राजनीति को सदा के लिए छोड़ देंगे।
इस मामले में गंभीर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप प्रत्याशी आतिशी को मानहानि का नोटिस भी भेजा है। नोटिस में गंभीर ने अधिवक्ता के माध्यम से कहा कि उन पर लगाए गए आरोपों को वापस लिया जाए अन्यथा वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।