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जेटली ने जारी किया पहले सिख बादशाह को समर्पित नानकशाही सिक्का

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पहले सिख बादशाह बाबा बंदा सिंह बहादुर की तीसरी शहीदी शताब्दी के मौके पर समर्पित नानकशाही सिक्का जारी किया।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 21 Jun 2016 01:57 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jun 2016 07:39 AM (IST)
जेटली ने जारी किया पहले सिख बादशाह को समर्पित नानकशाही सिक्का

नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अाज नेशनल मीडिया सेंटर में महान सिख और पहले सिख बादशाह बाबा बंदा सिंह बहादुर की तीसरी शहीदी शताब्दी के मौके पर समर्पित नानकशाही सिक्का जारी किया।

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दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके की मोजूदगी मे उक्त सिक्कों को जारी किया गया। दिल्ली कमेटी ने बाबा जी की तीसरी शहीदी शताब्दी को व्यापक रूप से मनाने के साथ ही नानकशाही सिक्कों की हुबहू नकल एमएमटीसी से चांदी के 10 ग्राम तथा 20 ग्राम के सिक्कों के रूप मे बनवाई है।

नानकशाही सिक्के का इतिहास

पहले सिख राज की 1710 में स्थापना करने के बाद बाबा बंदा सिंह बहादुर ने वर्णन पारसी भाषा मे लिखकर नानकशाही मुद्रा की सिक्के के रूप मे शुरुअात की थी, लेकिन 1716 में फिर से मुगलराज की स्थापना के बाद मुगलों ने लगभग सभी नानकशाही सिक्कों को गला दिया था, ताकि पहले सिख राज की निशानी खत्म हो सके।

सिक्के पर ऊपर की तरफ लिखे शब्द

सिक्का जद बर दो अालम, तेग़ नानक वाहिब - अस्त,फतेह गोबिंद सिंह शाह-ए-शाहन, फजल सच्चा साहिब -अस्त।


सिक्के पर पीछे की तरफ लिखे शब्द

झरब अमन -अल- दाहर, मासावरत शाहर झीनत अलतख्त मुबारक बकूत।


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