Delhi Flood ALERT! दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना नदी का जलस्तर, प्रशासन की चेतावनी- खादर क्षेत्र खाली करें लोग
Delhi Flood ALERT हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड से बृहस्पतिवार को दिनभर में कुल 17 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से शुक्रवार को जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच सकता है।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। पहाड़ों में हो रही बारिश का पानी मैदानी इलाकों में पहुंच रहा है। इसका असर दिल्ली पर भी दिखाई देने लगा है। हरियाणा के हथिनीकुंड से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी के चलते यमुना नदी में बाढ़ का खतरा बन सकता है। दिल्ली में यमुना ने खतरे के निशान को किया पार। शुक्रवार शाम चार बजे तक जलस्तर 205.38 मीटर था। यमुना का खतरनाक स्तर 205.33 मीटर है। वीरवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 17 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिस कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया।
शाम तक पहुंचेगा हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी
इस बीच शुक्रवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.50 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है। बृहस्पतिवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 17 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली की ओर छोड़ा गया है, शुक्रवार देर शाम तक यह पानी दिल्ली पहुंचेगा।
निचले इलाके के लोगों को जगह खाली करने का फरमान
जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने की आशंका को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने चेतावनी जारी कर यमुना खादर क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा है।
फिलहाल नहीं है बाढ़ का खतरा
बता दें कि यमुना का चेतावनी स्तर 204.50 है। उधर, जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से खतरे वाली कोई बात नहीं है। किसी इलाके में पानी नहीं भरा है, बैराज से अभी इतना पानी भी नहीं छोड़ा जा रहा है जिसे बाढ़ की स्थिति बने। बावजूद इसके हम सतर्क हैं।
उधऱ, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के नोडल अधिकारी व प्रीत विहार के एसडीएम राजेंद्र कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह दस बजे तक यमुना का जलस्तर 204.28 था। हथिनीकुंड बैराज से 17 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली की ओर छोड़ा गया है, इसका असर शुक्रवार शाम को दिखाई देगा।
बता दें कि हरियाणा की ओर से बृहस्पतिवार को दिनभर में कुल 17 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से शुक्रवार को जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच सकता है। खतरे वाली कोई बात नहीं है, जो लोग खादर में रहते हैं उन्हें जगह खाली करने के कहा गया है। उनके रहने का इंतजाम प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।
प्रशासन ने यमुना किनारों पर सिविल डिफेंस वालंटियर लगाए हुए हैं, ताकि लोग यमुना के पास न जाएं। संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है, खासतौर से डूब वाले क्षेत्रों में प्रशासन की ओर से निगरानी बढ़ा दी गई है।