किन्नर और उसके साथियों पर फायरिग करने वाले गिरफ्तार
मध्य जिला के लोक नायक अस्पताल के समीप शब-ए-बारात की रात किन्नर और उसके साथियों पर गोलीबारी करने वाले दो कांट्रेक्ट किलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोलीबारी में 32 वर्षीय गंगेश की मौत हो गई थी। जबकि इनमें किन्नर पिकी सहित दो लोग घायल हो गए थे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : लोकनायक अस्पताल के पास शब-ए-बरात की रात किन्नर और उसके साथियों पर फायरिग करने वाले दो कांट्रैक्ट किलर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान अंकित और विशाल चौहान के रूप में हुई है। फायरिग में गंगेश (32) की मौत हो गई थी, जबकि किन्नर पिकी सहित दो लोग घायल हो गए थे। पुलिस के मुताबिक दक्षिणी दिल्ली के इलाके में वर्चस्व स्थापित करने को लेकर किन्नर शालू ने साजिश रची थी। उसने पिंकी और उसके साथियों की हत्या के लिए आरोपितों को पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी। पुलिस अब शालू की तलाश कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 20 अप्रैल को पिकी चालक दीपक और एकाउंटेंट गंगेश के साथ मेहंदियान कब्रिस्तान में चादर चढ़ाने आई थी। चादर चढ़ाने के बाद देर शाम करीब आठ बजे तीनों कार की ओर जा रहे थे, तभी एक मोटरसाइकिल से आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। बदमाशों ने करीब एक दर्जन गोलियां चलाई। एक गोली गंगेश के सिर पर लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पिकी के पैर में और दीपक के हाथ में गोली लगी थी। दोनों को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आइपी एस्टेट थाने के एसएचओ राजीव गुणवंत और एलएनजेपी चौकी इंचार्ज बिजेंद्र मामले की तफ्तीश में जुटे थे। इसी दौरान पता चला कि फायरिग करने वाले बदमाश फतेहपुर बेरी इलाके में छिपे हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने अंकित और विशाल चौहान को वहां से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पिकी का शालू से संगम विहार, फतेहपुर बेरी और तिगड़ी इलाके में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है। शालू वहां अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहती थी, जबकि गंगेश पिकी के प्रभाव को बरकरार रखने में उसकी मदद कर रहा था। शालू ने पिकी और उसके साथियों को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची। शालू ने उन्हें पांच लाख रुपये दिए थे, लेकिन संयोग से पिकी और दीपक बच गए।