लीड : पुलिसकर्मियों को कोरोना से बचाने की कोशिश अब और तेज
कई थानों के प्रभारी भी कोरोना संक्रमण की जद में आते जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना के खिलाफ जंग में प्रथम पंक्ति पर तैनात पुलिसकर्मियों को अब कोरोना वायरस धीरे-धीरे चपेट में लेता जा रहा है। आलम यह है कि कई थानों के प्रभारी भी कोरोना संक्रमण की जद में आते जा रहे हैं। इस स्थिति पर अविलंब विराम लगे, इसके लिए पुलिस की ओर से एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए गए हैं। पुलिसकर्मियों को नियमित तौर पर कम समय के अंतराल पर हाथ धोने को प्रेरित किया जा रहा है। इस दौरान इस बात का खास खयाल रखने को कहा जा रहा है कि हाथ धोने के दौरान भी वे नल या किसी अन्य चीज को स्पर्श नहीं करें।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस सभी थानों व पुलिस पिकेट पर ऐसी मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित करा रहे हैं। जिला पुलिस की ओर से अब पुलिसकर्मियों के लिए ऐसे सेंशर युक्त विशेष मशीन लगाए जा रहे हैं जिसमें लगे नल के नीचे आप जैसे ही हाथ रखेंगे आपकी हथेली पर हैंडवॉश लिक्विड या सैनिटाइजर की बूंद अपने आप गिर जाएगी। इसके बाद नल से पानी निकलेगा और आप हाथ धो लेंगे। अभी पूरे जिले में ऐसी 100 मशीनें लगाई गई हैं। ये सभी थानों के अलावा, पुलिस लाइन, सब-डिविजन कार्यालय, पुलिस के विभिन्न शाखाओं में लगाए गए हैं। इसके अलावा ऐसे पुलिसकर्मी जो थाना परिसर के बाहर रहकर ड्यूटी दे रहे हैं, उनके लिए पुलिस ने ऐसे हैंड सैनिटाइजर मशीनों का इंतजाम किया है जो हैंड फ्री हैं। पूरे जिले के लिए ऐसी 350 हैंड फ्री सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है। इस मशीन के नीचे लगे पैडर को पैर द्वारा दबाया जाता है, जिसके बाद इससे लिक्विड व पानी निकलना शुरू हो जाता है। ऐसी मशीनें पुलिस पिकेट व बैरिकेड व बॉर्डर पर स्थित चौकियों पर लगाई गई हैं। इन उपायों के अलावा पुलिसकर्मियों को मास्क, फेस शील्ड, सैनिटाइजर, इम्यूनिटी बूस्टर दवाइयां दी जा रही हैं। थाना भवन में कम से कम लोगों के प्रवेश की कोशिश : किसी भी एक व्यक्ति के संक्रमित होने की स्थिति में उनके संपर्क में आने वाले हर शख्स में संक्रमण की आशंका बनी रहती है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों की कोशिश है कि ऐसे पुलिसकर्मी जिनकी तैनाती थाना से बाहर हो, वे फील्ड से जुड़े कार्य को बाहर ही रह कर करें। कागजी कार्य के लिए उन्हें थाना भवन आने की जरूरत न हो, इसके मद्देनजर उनके लिए ऑनलाइन हाजिरी व रवानगी की व्यवस्था बनाई गई है। इसके अलावा थाना के मुख्य भवन के सामने एक टैंट खड़ा किया गया है, जिसमें थाना आने वाले लोगों के बैठने का प्रबंध है। अगर कोई शख्स जांच अधिकारी से आकर मिलना चाहता है तो बजाय इसके कि वे जांच अधिकारी के पास जाएं, उनके पास वहीं टैंट में आकर जांच अधिकारी मिल लेते हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि अधिक से अधिक लोगों से संपर्क में बने रहने के लिए क्षेत्र में भ्रमण करते रहें। जरूरी पड़ने पर लोगों से वीडियो कॉल के जरिए बात करें।