सैकड़ों टन कूड़ा सड़कों पर फैला
जागरण संवाददाता पूर्वी दिल्ली पूर्वी नगर निगम में 17 दिनों से चल रहे हड़ताल के कारण यमुनाप
जागरण संवाददाता पूर्वी दिल्ली : पूर्वी नगर निगम में 17 दिनों से चल रहे हड़ताल के कारण यमुनापार में सैकड़ों टन कूड़ा सड़कों पर पसरा हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक हड़ताल से पहले पूर्वी निगम में प्रतिदिन 2500 हजार मीट्रिक टन कूड़ा उठ रहा था। पिछले 17 दिनों से हड़ताल चल रही है। इस दौरान प्रतिदिन औसतन दो हजार टन कूड़ा उठाया जा रहा है। जबकि हर दिन चार से पांच सौ मीट्रिक टन कूड़ा सड़कों पर ही पड़ा हुआ है। इसकी वजह से हर जगह गंदगी नजर आ रही है। इसे देखते हुए हड़ताल को खत्म कराने के लिए निगम के पदाधिकारी और अधिकारी सफाई कर्मचारी यूनियनों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को भी कई दौर की वार्ता हुई लेकिन यह बेनतीजा रही। महापौर निर्मल जैन और नेता सदन प्रवेश शर्मा द्वारा दिए गए आश्वासन पर हड़ताल खत्म करने से यूनियनों ने साफ इन्कार कर दिया है।
दोपहर करीब दो बजे पटपड़गंज स्थित मुख्यालय में महापौर निर्मल जैन, स्थायी समिति अध्यक्ष सत्यपाल सिंह, नेता सदन प्रवेश शर्मा और अपर आयुक्त अल्का शर्मा ने सफाई कर्मचारी यूनियन के सदस्यों के साथ बैठक की। इस बैठक में सफाई कर्मचारियों की मांगों और उसकी व्यवहार्यता के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। महापौर और नेता सदन ने सफाई कर्मचारी यूनियन को आश्वासन दिया कि पूर्वी निगम का रुख उनकी मांगों के लेकर सकारात्मक है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 1996 से मार्च 1998 तक के दैनिक वेतनभोगी, एवजीदार तथा पर्यावरण सहायकों को नियमित करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। फाइल बनाने के लिए शाहदरा उत्तरी और दक्षिणी जोन के उपायुक्तों को निर्देश दे दिए गए हैं। प्रवेश शर्मा ने बताया कि इसके अलावा करुणामूलक आधार पर नियुक्त पर्यावरण सहायकों को नियमानुसार नियमित करने की प्रक्रिया भी जल्द से जल्द शुरू कर दी जाएगी। एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के संस्थापक आरबी ऊंटवाल ने कहा कि जब तक कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिलेगा, हड़ताल खत्म नहीं होगी। उधर, हड़ताल में शामिल ऑल म्यूनिसिपल कारपोरेशन सैनिटेशन सुपरवाइजरर्स यूनियन इस मामले में हाई कोर्ट पहुंच गई है। यूनियन के अध्यक्ष मुकेश कुमार वैद्य ने बताया कि निगम अधिकारी आंखों में धूल झोंकने में लगे हुए हैं। इस वजह से उन्होंने अब कोर्ट का रुख किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी, हड़ताल खत्म नहीं होगी।