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बैठक में ही भिड़ गए दो भाजपा पार्षद

पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में आयोजित भाजपा पार्षदों की बैठक में दो आपस में भिड़ गए। जिससे हंगामा हो गया। बैठक कक्ष से आवाज बाहर तक आने लगी। लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने कुछ ही देर में स्थिति संभाल ली। जिससे मामला सुझल गया। हालांकि इसे लेकर चर्चा का बाजार निगम मुख्यालय में गर्म रहा। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सदन

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 08:19 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 08:19 PM (IST)
बैठक में ही भिड़ गए दो भाजपा पार्षद
बैठक में ही भिड़ गए दो भाजपा पार्षद

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :

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पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में आयोजित बैठक में दो भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए, जिससे हंगामा हो गया। बैठक कक्ष से आवाज बाहर तक आने लगी। हालांकि, वरिष्ठ नेताओं ने कुछ ही देर में स्थिति संभाल ली। बैठक में हंगामे को लेकर चर्चा का बाजार निगम मुख्यालय में गर्म रहा।

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सदन की बैठक बुधवार को है। आमतौर पर बैठक शुरू होने से पहले एक घंटे तक नेता सदन अपने पार्षदों के साथ बैठक करते हैं। लेकिन, इतने कम समय में सभी पार्षद अपनी बात नहीं रख पाते और सदन में भी सभी को बोलने का मौका नहीं मिल पाता। पार्षदों की शिकायत थी कि सदन में कुछ ही पार्षदों को मौका मिलता है। कुछ ही पार्षद बार-बार बोलते हैं, जिसकी वजह से अधिकतर पार्षदों की बात सदन में नहीं रखी जाती है। इसी वजह से नेता सदन निर्मल जैन ने सदन की बैठक से एक दिन पहले सभी पार्षदों के साथ बैठक की। दोपहर ढाई बजे से चली बैठक शाम साढ़े पांच बजे के बाद तक चलती रही। बैठक के दौरारन दल्लूपरा के पार्षद राजीव चौधरी ने इस बात पर आपत्ति जताई कि विभिन्न समितियों के चेयरमैन किसी के भी वार्ड में दौरा करने चले जाते हैं और संबंधित पार्षद को इसकी जानकारी तक नहीं देते। इससे व्यवस्था गड़बड़ होती है। उन्होंने कहा कि संबंधित चेयरमैन अगर किसी के वार्ड में दौरा करने जाते हैं तो इसकी जानकारी संबंधित पार्षद के अलावा महापौर व नेता सदन को होनी चाहिए। उस समय तक इस मामले को लेकर कुछ नहीं हुआ। करीब आधे-पौन घंटे बाद निर्माण समिति की चेयरमैन भावना मलिक ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि समिति चेयरमैन अपने विभाग से संबंधित कार्यों की प्रगति को देखने के लिए कहीं भी जा सकते हैं। इस पर आपत्ति करना ठीक नहीं है। इसी बात को लेकर बहस हो गई और दोनों तेज आवाज में बोलने लगे। बाद में वरिष्ठ नेताओं ने स्थिति संभाल ली।

इस मामले में राजीव चौधरी कहते हैं कि कोई झगड़ा नहीं हुआ था, सिर्फ मुद्दों को लेकर चर्चा हुई थी। बैठक में पार्षदों ने अपने इलाके की समस्याओं के साथ-साथ अधिकारियों की मनमानी का मुद्दा उठाया। चर्चा में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल व गंदगी मुख्य विषय रहा। बैठक में भाजपा के तकरीबन सभी पार्षद पहुंचे थे।


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