'पहली बार लुकाछिपी के बहाने...', हत्या के 5 महीने बाद मिली डायरी से सामने आया डीयू की छात्रा का खौफनाक सच
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा की हत्या के पांच महीने बाद, उसकी डायरी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। छात्रा ने अपने ताऊ के बेटे द्वारा छह साल तक यौन शोष ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी की 18 वर्षीय छात्रा की हत्या के करीब पांच माह बाद उसका दर्दनाक रहस्य सामने आया है। छात्रा की मां को बेटी के कमरे की सफाई करते समय उसकी नोटबुक में छिपा दो पन्नों का एक पत्र मिला, जिसमें छात्रा ने अपने ताऊ के बेटे द्वारा छह साल तक किए गए यौन शोषण का विस्तृत उल्लेख किया है।
यह पत्र पढ़कर मां के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत जहांगीरपुरी थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दुष्कर्म, पोक्सो और जान से मारने की धमकी से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जहांगीरपुरी निवासी छात्रा ममता (परिवर्तित नाम) की एक जून को महरौली स्थित पार्क में चाकू से दर्जनों वार कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी अर्शदीप को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला था कि आरोपी एक तरफा प्रेम के चलते छात्रा पर दबाव बना रहा था और इनकार करने पर उसने वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की भी कोशिश की थी। इस मामले में आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल है। बीते 20 नवंबर को सफाई करते समय मिली डायरी में दर्ज पत्र ने हत्या से जुड़े एक और पहलू को उजागर कर दिया। ममता की मां पेशे से अध्यापक हैं, जबकि पिता चांदनी चौक स्थित दुकान में काम करते हैं।
पत्र के अनुसार, ममता ने यह दर्दनाक अनुभव तब लिखा था जब वह कक्षा सातवीं में पढ़ती थी। उसने बताया था कि छह साल की उम्र में ताऊ के बेटे ने पहली बार उसे लुका-छिपी के बहाने ले जाकर यौन शोषण किया। यह सिलसिला अगले छह वर्षों तक चलता रहा। चचेरा भाई घर में आसानी से आने-जाने के कारण मौका पाकर अक्सर उसके साथ दुष्कर्म करता था।
विरोध करने पर वह उसे जान से मारने की धमकी देता और भद्दी टिप्पणियां करता था। डर और शर्म के कारण ममता कभी परिवार से यह बात नहीं कह पाई। पत्र में उसने अपनी मानसिक पीड़ा और आत्महत्या जैसे विचारों का भी उल्लेख किया है।
ममता की मां द्वारा सौंपे गए पत्र को पुलिस ने हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराया। लिखावट की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
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