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सज्जन को बचाने का आरोप लगाती रही है डीएसजीपीसी

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) सिख विरोधी दंगे

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 12:07 AM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 12:07 AM (IST)
सज्जन को बचाने का आरोप 
लगाती रही है डीएसजीपीसी
सज्जन को बचाने का आरोप लगाती रही है डीएसजीपीसी

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) सिख विरोधी दंगे के आरोपित जगदीश टाइटलर व सज्जन कुमार को कांग्रेस द्वारा बचाने का आरोप लगाती रही है। कुछ महीने पहले डीएसजीपीसी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने पांच वीडियो जारी कर दावा किया था कि टाइटलर इसमें सिखों की हत्या करने की बात कुबूल कर रहे हैं। इसको लेकर टाइटलर ने जीके के खिलाफ मानहानि का केस भी किया है। हाल ही में मनजीत सिंह जीके पर अमेरिका में हुए हमले में कमेटी का कहना है कि सिख विरोधी दंगे के खिलाफ आवाज दबाने के लिए कांग्रेस की मिलीभगत से जीके पर हमला कराया गया है।

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दंगा पीड़ित आज करेंगे अरदास

सिख विरोधी दंगा पीड़ित परिवार के लोग मंगलवार को गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब जाएंगे। उनका कहना है कि वे सच की दीवार के पास कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सद्बुद्धि के लिए अरदास करेंगे। ------------------------------- सज्जन की जमानत पर प्रतिदिन सुनवाई करेगा हाई कोर्ट

जासं, नई दिल्ली : 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामलों में 14 अगस्त को हाई कोर्ट ने सीबीआइ और पीड़ितों की याचिका पर सुनवाई की। साथ ही उन पाच लोगों की याचिका पर भी सुनवाई की, जिन्हें ट्रायल कोर्ट ने दोषी ठहराया है। हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि इस केस में काग्रेस नेता सज्जन कुमार की जमानत मामले में 11 सितंबर से नियमित सुनवाई होगी।

सज्जन कुमार के हाई कोर्ट को एक याचिका के साथ सीडी प्राप्त हुई है। सीडी सज्जन कुमार सिख विरोधी दंगों में अपनी भूमिका स्वीकारते बताए जा रहे हैं। इस पर हाई कोर्ट ने सज्जन को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मागा था।

गौरतलब है कि कि सरकारी आकड़ों में 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में 2800 सिखों के मारे जाने का जिक्र है। इसमें सबसे ज्यादा 2100 सिख दिल्ली में मारे गए थे। सिख विरोधी दंगे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाधी की उनके सुरक्षाकर्मी द्वारा हत्या के विरोध में हुए थे। इसका असर पूरे देश पर पड़ा था।


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