धार्मिक स्थलों पर कम पहुंच रहे श्रद्धालु
आठ जून से खुले दिल्ली के धार्मिक स्थलों पर भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
आठ जून से खुले दिल्ली के धार्मिक स्थलों पर भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर जाने से श्रद्धालु कोरोना के कारण झिझक रहे हैं। धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों की माने तो करीब 50 फीसद श्रद्धालु ही आ रहे हैं। हालांकि, धार्मिक स्थलों द्वारा सरकार की सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद सभी धार्मिक स्थल बंद हो गए थे, जिन्हें अनलॉक-1 में आठ जून से खोला गया है। धार्मिक स्थल पर आने वाले हर श्रद्धालु का गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिग हो रही है। साथ ही सभी लोगों का मास्क चेक किया जा रहा है, जिन लोगों के पास मास्क नहीं होता है उन्हें गेट से ही वापस भेज दिया जाता है। झंडेवालन मंदिर के प्रबंधक रविद्र गोयल ने बताया कि शुरूआती सप्ताह में तो लोगों की संख्या पहले के जैसे रही थी, लेकिन अब कोरोना के मामले बढ़ने के कारण मंदिर में आने वाले भक्तों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। उन्होंने बताया कि इन दिनों 40 से 50 फीसद भक्त ही मंदिर आ रहे हैं।
कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के महंत सुरेश शर्मा ने बताया कि कोरोना का असर भक्तों पर भी पड़ा है। मंदिर में इन दिनों भक्तों की तादाद 50 फीसद तक कम हो गई है। केवल मंगलवार और शनिवार को ही अधिक संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
वहीं, शीशगंज गुरुद्वारे समिति के प्रबंधक सुखजीत सिंह का कहना है कि गुरुद्वारे में लगातार सरकार की सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है। इसके बाद ही श्रद्धालुओं को अंदर तक भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण अब लोगों का आना कम हो गया है। श्रद्धालुओं की संख्या में आधे से ज्यादा कम हो गई है।
वहीं, मस्जिदों में नमाज पढ़ने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। पिछले दिनों जामा मस्जिद आम लोगों के लिए खोली गई थी, लेकिन कुछ लोगों को ही शर्तों के साथ आने की अनुमति दी गई थी। वहीं, उसके बाद भी 40 फीसद नमाजी ही नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे थे।