ठेके पर शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर एसी की बैठक में हंगामा
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद (एसी) की बुधवार को हुई बैठक हंगामेदार रही। बैठक बुधवार को सुबह 10.30 बजे शुरू हुई जो देर शाम
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद (एसी) की बुधवार को हुई बैठक हंगामेदार रही। बैठक सुबह 10.30 बजे शुरू हुई जो देर शाम 8.30 बजे तक जारी रही। कई मुद्दों को लेकर शिक्षकों ने विरोध जताया। सदस्यों ने ठेके पर शिक्षकों की नियुक्ति मामले में एसी के अध्यक्ष व डीयू के कुलपति प्रो. योगेश त्यागी के सामने जमकर विरोध किया। वेल में रहकर दिन भर विरोध करते रहे।
लंबे गतिरोध के बाद ठेके पर शिक्षकों की नियुक्ति के एजेंडे को पारित कर दिया गया। डीयू के करीब 12 कॉलेजों में प्राचार्यो की नियुक्ति को लेकर भी एक एजेंडे को पास किया गया, जिसके अनुसार अगर प्राचार्य छह महीने में सेवानिवृत होने जा रहे हैं तो कॉलेजों की गवर्निग बॉडी को यह फैसला करना होगा कि छह महीने पहले ही प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर विज्ञापन जारी किया जाए। एसी के सदस्य प्रो. पंकज गर्ग ने कहा कि कॉलेजों में प्राचार्यो की नियुक्ति उनके सेवानिवृत होने के छह महीने के अंदर करनी होगी। कॉलेजों ने ऐसा नहीं किया तो विश्वविद्यालय प्रशासन प्राचार्यो की नियुक्ति की प्रक्रिया खुद देखेगा। एसी की बैठक में पारित हुए सभी मामलों को डीयू की कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में रखा जाएगा। ईसी की बैठक में यह सभी फैसले पास हो जाते हैं तो ये डीयू के कानून में शामिल कर दिए जाएंगे। शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
एसी की बैठक के विरोध में कई शिक्षकों ने कुलपति कार्यालय के गेट नंबर 1 के पास बुधवार को दिन भर प्रदर्शन किया। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के संयुक्त सचिव आलोक पांडेय ने एसी की बैठक में ठेके पर नियुक्ति करने के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह अब शिक्षकों के अस्तित्व एवं अस्मिता का मामला हो गया है। प्रशासन तदर्थ शिक्षकों के बारे में कोई विचार नहीं कर रहा है। हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे।