दिल्ली की सड़कों से धूल और कचरा हटाने पर खर्च होंगे 600 करोड़, एमसीडी का मशीनों के जरिये सफाई पर जोर
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए एमसीडी 610.27 करोड़ रुपये की मशीनीकृत सफाई और कचरा प्रबंधन परियोजना शुरू करेगी। इसके तहत, सड़कों की सफाई के लिए मशीनें खरीदी जाएंगी, कचरा निस्तारण स्थलों का विकास किया जाएगा, और बैटरी चालित कूड़ा उठाने वाले वाहनों का उपयोग किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाना है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सड़कों पर धूल, सही तरह से कचरा निस्तारण नहीं होने से राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। इसके समाधान के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) 610.27 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार की है।
इसके अंतर्गत मशीनीकृत सफाई को बढ़ावा देने के साथ ही धूल की समस्या दूर करने के लिए अन्य उपाय किए जाएंगे। बैटरी चालित कूड़ा उठाने वाली मशीन खरीदी जाएगी।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मीडिया को बताया कि बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दे दी गई है।
इसके अंतर्गत 106 निर्माण एवं विध्वंस (सीएंडडी) अपशिष्ट संग्रह स्थलों का उन्नयन, सड़क सफाई मशीनों की खरीद और बाजार क्षेत्रों और संकीर्ण गलियों में अपशिष्ट प्रबंधन दक्षता बढ़ाने के लिए बैटरी चालित कूड़ा उठाने वाले वाहनों की तैनाती की जाएगी। जानकारी अनुसार 12 एमसीडी जोन लिए 60 मैकेनिकल रोड स्वीपर खरीदे जाएंगे। इससे 6,000 किलोमीटर सड़क की सफाई होगी।
परियोजना के लिए कुल वित्तपोषण दस वर्षों में किया जाएगा, जिसमें पहले वर्ष में सड़क सफाई मशीनों के लिए 42.28 करोड़ रुपये, कूड़ा उठाने वालों के लिए 8.72 करोड़ रुपये तथा सीएंडडी साइट सुधार के लिए 7.10 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।
मंत्री ने कहा, एमसीडी को स्वच्छ ईंधन या इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग, पारदर्शी निविदा प्रक्रिया और सभी मशीनों की फोटोग्राफिक साक्ष्य के साथ जियो-टैगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
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