दिल्ली की जनता तय करेगी 'ऑड-ईवन' का भविष्य, AAP सरकार ने दिया विज्ञापन
आम आदमी पार्टी की सरकार ऑड-ईवन फॉर्मूला दोबारा से लागू करने का मन पूरी तरीके से बना चुकी है। अरविंद केजरीवाल सरकार जनमत को प्राथमिकता देना चाहती है। इसके लिए आज समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर कुछ सवाल पूछे हैं।
नई दिल्ली। दोबारा ऑड-ईवन फार्मूले को लाने से आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की जनता की राय जानने का फैसला किया है। इसके तहत आठ फरवरी तक लोगों से कुछ सवालों के जवाब पूछे जा रहे हैं। लोगों से उनकी राय जानने की कड़ी में आज सभी दैनिक समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी किया गया है।
दिल्ली की जनता से पूछे ये सवाल
अरविंद केजरीवाल सरकार जनमत को प्राथमिकता देना चाहती है। इसके लिए आज समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर कुछ सवाल पूछे हैं। इसके जवाब की मदद से दिल्ली सरकार यह तय करेगी कि दिल्ली में फॉर्मूला दोबारा लागू हो या फिर नहीं।
1. क्या दिल्ली में ऑड-ईवन स्कीम दोबारा लागू की जानी चाहिए?
2. दोबारा इसे कितने दिनों के लिए लागू किया जाए?
3. यदि ऑड-ईवन दोबारा लागू होता है तो आप दूसरी कार खरीदेंगे?
4. इस बार ऑड-ईवन में किस-किस को छूट दी जानी चाहिए?
दिल्ली के लोगों को सरकार को यह भी बताना होगा कि यह योजना फिर से 15 दिन, 1 महीने, हर महीने या हमेशा के लिए लागू कर दी जाए। इतना ही नहीं, आम लोगों को ही यह राय भी देनी है कि इस बार इस योजना के तहत किसे छूट दी जाए और किसे नहीं?
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो दिन पहले पत्रकार सम्मेलन में इसकी जानकारी दी थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि दिल्ली पहली ऐसी जगह है जहां पर ऑड-ईवन फार्मूले को पूरे उत्साह के साथ लागू किया गया। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह हुई कि इस योजना को लागू किये जाने के बाद बसों में सात फीसदी तथा मेट्रो में भी यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ।
केजरीवाल ने कहा था कि इस साल के अंत तक राजधानी की सड़कों पर तीन हजार नई बसें उतार दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के तमाम विधायकों से भी कहा गया है कि वे अपने-अपने इलाके के लोगों की राय पूछकर सरकार को बताएं।
जो लोग खुद ही अपनी राय देना चाहेंगे वे oddevenidea@gmail.com पर अपनी राय से सरकार को अवगत करा सकेंगे।
एक फरवरी से दवाइयां मुफ्त
इस मौके पर केजरीवाल ने यह भी बताया कि आगामी एक फरवरी से दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाइयां फ्री दी जाएंगी। अस्पतालों में उन चिकत्सा वस्तुओं व सुविधाओं की सूची भी लगाई जाएगी जो मुफ्त में मरीजों को दी जाएंगी।
समीक्षा बैठक में जताई गई थी चिंता
यहां पर याद दिला दें कि दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन की समीक्षा के लिए एक बैठक का आयोजन किया था। इसमें चिंता यही व्यक्त की गई थी कि यदि ऑड-ईवन योजना को बगैर तैयारी के दोबारा दिल्ली में लागू किया गया तो लोग मैक्सिको की तरह यहां भी दूसरी गाड़ियां खरीदने लग जाएंगे। जाहिर है इससे समस्या सुलझने के बजाय और उलझ जाएगी।