दिल्ली ब्लास्ट के बाद मेट्रो स्टेशनों पर कड़ा पहरा, अब एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग मशीन से रोज गुजरेंगे 65 लाख यात्री
दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग सिस्टम लगाई जा रही हैं। लाल किला मेट्रो स्ट ...और पढ़ें

मेट्रो स्टेशनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) वाली एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम लगानी शुरू कर दी गई।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले माह लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आतंकी हमला के बाद से सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दिल्ली मेट्रो से प्रतिदिन औसतन 60 से 65 लाख लोग यात्रा करते हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। कोई अपने साथ विस्फोटक, हथियार या अन्य प्रतिबंधित सामान लेकर स्टेशन परिसर में न पहुंच सके इसके लिए मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) वाली एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम लगानी शुरू कर दी हैं।
बाराखंभा रोड, चांदनी चौक, केंद्रीय सचिवालय, चावड़ी बाजार, हौज खास, विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख स्टेशनों पर पुरानी स्कैनिंग मशीनें हटाकर अब तक 76 नई एआइ आधारित मशीनें लगा दी गई है। फेज-4 की नई लाइनों के सभी स्टेशन शुरू से ही इन आधुनिक मशीनों से लैस होंगे।
बदले जा रहे हैं पुराने सीसीटीवी कैमरे
दिल्ली मेट्रो के 350 से अधिक ट्रेन सेटों में करीब 11,000 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। हर ट्रेन में महिला कोच, इमरजेंसी अलार्म बटन के साथ-साथ ये कैमरे यात्रियों पर 24×7 नजर रखते हैं। वहीं सभी स्टेशनों पर प्रवेश द्वार, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म, एस्केलेटर सहित हर महत्वपूर्ण जगह पर लगभग 13,000 कैमरे लगाए गए हैं। पुराने कैमरों को क्रमबद्ध तरीके से हाई-रिजोल्यूशन आइपी आधारित कैमरों और वीडियो एनालिटिक्स सुविधा वाले नए कैमरों से बदला जा रहा है। फेज-1 के अंतर्गत खरीदी गईं 70 ट्रेनों में पहले सीसीटीवी नहीं थे, लेकिन अब मिड-लाइफ रिफर्बिशमेंट के दौरान उनमें भी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के एक अधिकारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली मेट्रो न सिर्फ देश बल्कि दुनिया की सबसे सुरक्षित सार्वजनिक यातायात प्रणाली बनाने की है। इन नई तकनीकों से न केवल खतरे की तुरंत पहचान हो रही है बल्कि यात्रियों को भी विश्वास मिल रहा है।”
एआई आधारित एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग मशीन की विशेषता
- सामान डालने और निकालने दोनों जगह हाई रिजाल्यूशन कैमरे लगे हैं।
- हर स्कैन का वीडियो क्लिप मेमोरी में सेव रहता है, जिसे बाद में देखा जा सकता है।
- चोरी या गलत बैग उठाने की घटनाओं की तुरंत पहचान।
- चाकू, बंदूक, विस्फोटक जैसी खतरनाक चीजों को एआइ अपने आप पहचानकर स्क्रीन पर घेरा बनाकर चिह्नित कर देता है।

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