जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज परिसर में नए भवन को मंजूरी
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मैदान में उतर चुकी दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने शुक्रवार को तोवड़तोड़ फैसले लिए। सरकार ने पांच बड़ी योजनाओं को जहां ईएफसी से मंजूरी दी वहीं कैबिनेट में भी महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। जिसके अनुसार दक्षिण दिल्ली के ओखला फेज तीन में करीब 22.96 एकड़ क्षेत्रफल में बने जीबी पंत इंजीनियरिग कालेज के कैंपस में 526 करोड़ की लागत से नया भवन बनाने के
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मैदान में उतर चुकी आम आदमी पार्टी की सरकार ने शुक्रवार को ताबड़तोड़ फैसले लिए। सरकार ने जहां बड़ी योजनाओं को ईएफसी से मंजूरी दी, वहीं कैबिनेट में भी महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। दक्षिणी दिल्ली के ओखला फेज-3 में 22.96 एकड़ क्षेत्रफल में बने जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज के परिसर में 526 करोड़ की लागत से नया भवन बनाने के लिए अनुमति दे दी गई। मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया।
जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज की वर्तमान क्षमता 700 छात्रों की है। नया भवन तैयार होने पर क्षमता बढ़कर 2880 छात्रों व 200 प्राध्यापकों की हो जाएगी। यह दिल्ली सरकार का प्रतिष्ठित संस्थान बन जाएगा। वर्तमान में कॉलेज एक पुराने हॉस्टल भवन से चल रहा है। नए भवन का निर्माण कार्य पूरा होने पर जीबी पंत पॉलीटेक्निक व जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज का संयुक्त भवन तैयार हो जाएगा।
पूर्व में जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज के पास करीब 46 एकड़ जमीन थी, जिसमें से आइआइआइटी दिल्ली को 23 एकड़ जमीन दी गई। शेष 22.96 एकड़ जमीन पर अब जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज का नया भवन बन सकेगा। लोक निर्माण विभाग ने निर्माण की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की, जिसे व्यय एवं वित्त विभाग ने अपनी अनुमति दे दी थी। अंडरपास के निर्माण की लागत बढ़ी, जाम मुक्त होगी दक्षिणी व पूर्वी दिल्ली
कैबिनेट ने दक्षिणी दिल्ली को जाम मुक्त करने के लिए बनाए जा रहे राव तुला राम फ्लाईओवर व रिग रोड पर अंडरपास के निर्माण की लागत में 51.2 करोड़ रुपये की वृद्धि का फैसला किया है। बाहरी रिग रोड पर निर्माण कार्य के दौरान विविध कारणों व पौधरोपण के कारण लागत बढ़ने से इस प्रोजेक्ट की लागत 313.67 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 364.87 करोड़ रुपये कर दी गई है। लोक निर्माण विभाग द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव में कहा गया कि प्रोजेक्ट की लागत बढ़ गई है, जिससे बजट न होने के कारण निर्माण कार्य धीमा हो सकता है। गौरतलब है कि दक्षिणी दिल्ली में आइआइटी से से राष्ट्रीय राजमार्ग तक रूट को जाम मुक्त करने के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान कुछ फ्लाईओवर बनाए गए थे, लेकिन वसंत विहार में बीजे (बेनिटो जुआरेज) मार्ग के पास जाम की समस्या बरकरार रही। इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने राव तुला राम फ्लाईओवर को चौड़ा करने का फैसला लिया। इसके तहत वसंत विहार में राव तुला राम फ्लाईओवर में अतिरिक्त फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इस फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर स्थानीय लोग कोर्ट चले गए। कोर्ट जाने के बाद यह मामला काफी लटक गया। काफी समस्याओं के बाद विभाग ने निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए इस प्रोजेक्ट पर काफी हद तक काम पूरा कर लिया है। संभावना है कि इस फ्लाईओवर को जून तक खोल दिया जाएगा। इसके अलावा रिग रोड पर सत्यनिकेतन के पास बनाए जा रहे अंडरपास को लेकर भी समस्या आई, लेकिन अब यह निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इन दोनों प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली में जाम की समस्या दूर हो जाएगी।