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Delhi: दस दिन में 40 करोड़ की ठगी, विदेश से जुड़े तार; एप पर रुपये जमाकर मुनाफा कमाने का दिया जा रहा था झांसा

Delhi Cyber Fraud बाहरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने एप के माध्यम से लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग हांगकांग व मलेशिया में बैठकर भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों को ठग रहा है।लोग इस जाल में इसलिए फंस जाते हैं।

By Sonu RanaEdited By: GeetarjunPublished: Sun, 19 Mar 2023 12:49 AM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 12:49 AM (IST)
Delhi: दस दिन में 40 करोड़ की ठगी, विदेश से जुड़े तार; एप पर रुपये जमाकर मुनाफा कमाने का दिया जा रहा था झांसा
दस दिन में 40 करोड़ की ठगी, एप पर रुपये जमाकर मुनाफा कमाने का दिया जा रहा था झांसा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बाहरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने एप के माध्यम से लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग हांगकांग व मलेशिया में बैठकर भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों को ठग रहा है।लोग इस जाल में इसलिए फंस जाते हैं क्योंकि एप पर पैसे डालने पर रोज का दस प्रतिशत ब्याज देने का दावा किया जाता है।

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साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को पश्चिम विहार से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान महाराष्ट्र के ठाने के नारायण नगर के अक्षय संजय धानुका के रूप में हुई है। आरोपित यहां पर एक बैंक खाते की देखरेख करता था।

इस बैंक खाते में दस दिन में 40 करोड़ रुपये डाले जा चुके हैं।इस खाते से पैसा देशभर के दूसरे खातों में ट्रांसफर किया जाता था।बाद में अलग-अलग तरीके से उसे विदेश में भेजा जाता था।आरोपित एक एप से नहीं कई एप के जरिये लोगों को ठग रहे थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि साइबर थाना पुलिस को ठगी की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसे दोस्त के जरिए जीडी फंड एप के बारे में जानकारी मिली थी। एप में कम पैसे लगाकर दस प्रतिशत का मुनाफा रोज देने की बात कही गई थी।

दोस्त के कहने पर उसने तीन सौ रुपये एप पर जमा किए, तीन सौ पर दस प्रतिशत का ब्याज वापस मिला।इसके बाद लालच में आकर उसने समय समय पर और भी पैसे जमा करने शुरू कर दिए।उसका ब्याज उसे मिलता गया। मगर एक मार्च से उसका ब्याज वापस आना बंद हो गया।इस तरह उससे 21300 रुपये की ठगी कर ली गई।

साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपित को पकड़ने के लिए साइबर थाने के इंस्पेक्टर संदीप पंवार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई।टीम ने पीड़ित से बैंक खातों की जानकारी ली। इस दौरान पता चला कि आरोपित ने पीड़ित के रुपये में से 6300 रुपये पीएनबी खाते में मैसर्स भूमि इंफ्राटेक, एक प्रोप्राइटरशिप फर्म के नाम से जमा किए गए थे।

उस बैंक खाते से जुड़े ईमेल आइडी और फोन नंबर की जांच की गई। इसके बाद आरोपित मालिक अक्षय संजय धानुका को पश्चिम विहार से गिरफ्तार कर लिया गया।आरोपित से पूछताछ करने पर पता चला कि वह केवल कंपनी के खातों की देखरेख कर रहा था।

एप डाउनलोड करते समय रहे सावधान

प्ले स्टोर पर अभी भी काफी ऐसी एप हैं जो रोज दस प्रतिशत का मुनाफा देने का दावा करती हैं।यह लोगों को पहले हजार रुपये लगाने तक दस प्रतिशत ब्याज देती हैं। बाद में जब लोग ज्यादा पैसे लगाते हैं तो उनसे ठगी कर ली जाती है। ऐसी एप डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।

पुलिस ने इस मामले में बैंक खाते को सीज कर दिया है। साथ ही जिन खातों में पैसा भेजा जाता था, उन्हें भी सीज करवा दिया गया है। जांच के दौरान पता लगा कि आरोपित एक एप के जरिए नहीं बल्कि कई एप के जरिए लोगों से पैसे ठगते थे। फिलहाल मामले में जांच जारी है।


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