Delhi News: थप्पड़ का बदला लेने के लिए साथी की कुल्हाड़ी से वारकर की थी हत्या, 25 साल बाद बिहार से गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रूप नगर में 25 साल पहले हुई हत्या के मामले में फरार आरोपी सतीश यादव को दरभंगा से गिरफ्तार किया। सतीश ने 2000 में मामू ...और पढ़ें
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हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने 25 साल बाद किया गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने रूप नगर थाना क्षेत्र में हुई हत्या का मामला सुलझाते हुए पिछले 25 वर्षों से फरार आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित वर्ष 2000 में वारदात के बाद से फरार चल रहा था, जिसकी पहचान गांव रमौली, जिला दरभंगा, बिहार के सतीश यादव के रूप में हुई है।
आरोपित ने मामूली बहस में थप्पड़ का बदला लेने के लिए अपने साथी की कुल्हाड़ी से वारकर हत्या कर दी थी और वारदात को अंजाम देने के बाद वह कोलकाता, असम और बिहार में छिपा रहा और आखिरकार टीम ने उसे दरभंगा से गिरफ्तार किया। पुलिस इससे पूछताछ कर मामले में आगे की जांच कर रही है।
उपायुक्त पंकज कुमार के मुताबिक, छह फरवरी 2000 को थाना रूप नगर में हत्या को लेकर एक पीसी काल थी। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो साजन सिंह नामक व्यक्ति का खून से लथपथ शव बिस्तर पर पड़ा मिला और पास में पड़ी कुल्हाड़ी से उसकी गर्दन पर गहरे घाव थे। साजन के साथ काम करने वाले अजय उर्फ सुनील ने बताया कि साजन और सतीश के साथ 4-5 साल से साथ रह रहा था और मोल्डिंग मशीन पर काम करता था।
बीते दिन साजन और सतीश के बीच खाने के खर्च के हिसाब को लेकर झगड़ा हुआ था, जिस दौरान साजन ने सतीश को थप्पड़ मारा। सतीश ने साजन को अंजाम भुगतने की धमकी दी और अगली सुबह साजन की हत्या हुई और सतीश फरार मिला, जिससे अजय को शक हुआ कि उसने बदला लेने के लिए साजन की हत्या कर दी। जांच के दौरान आरोपित सतीश को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई, लेकिन वह फरार रहा और उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
इसके बाद उसे न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया और मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। इस दौरान हेड कांस्टेबल धारा सिंह को मिली खास जानकारी पर कार्रवाई करते हुए एसीपी अशोक शर्मा की देखरेख में और इंस्पेक्टर संजय कौशिक के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपित को उसके गांव रमोली में ट्रेस किया। सूचना पर टीम दरभंगा पहुंची और रमोली गांव में छापेमारी की, इस दौरान गांव वाले इकट्ठा हो गए और हंगामा किया। मौके का फायदा उठाकर आरोपित ने भगाने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया।
पूछताछ में पता चला कि आरोपित अपने शुरुआती सालों में मलका गंज चला गया था, जहां उसने एक मोल्डिंग मशीन पर काम किया। वह शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं। उसने बताया कि फरारी के दौरान वह कोलकाता, असम और दरभंगा सहित कई जगहों पर 25 साल से अधिक समय तक छिपा रहा।

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