ये हैं रियल लाइफ के बजरंगी भाईजान, 6 साल बाद मां-बाप से मिलेगा सोनू
दिल्ली के न्यू सीमापुरी से वर्ष 2010 में लापता हुआ सोनू बांगलादेश में मिल गया है। सोनू गुरुवार को दिल्ली पहुंचेगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सीमापुरी इलाके में रहने वाले महमूद और उनकी पत्नी मुमताज को इस बार ईद से पहले जीवन का सबसे बड़ा तोहफा मिलने वाला है। खासकर मुमताज के लिए, जिनके आंचल से वर्ष 2010 में कोई उनकी औलाद छीनकर ले गया था।
बृहस्पतिवार को मुमताज अपने बच्चे से मिलने वाली हैंं। छह साल की उम्र में गायब हुए सोनू का पता चल चुका है। वह बांग्लादेश में है। अब वह 12 साल का हो गया है। विदेश मंत्रालय के प्रयासोंं से उसे भारत लाया जा रहा है। महमूद और मुमताज उस क्षण का बेसब्री से इंतजार कर रहे है जब वे अपने कलेजे के टुकड़े से मिलेंगे।
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सोनू को उसके माता-पिता से मिलाने में जमाल नाम केे शख्स की अहम भूमिका है। इस बजरंगी भाईजान ने सबसे पहले सोनू के मां-बाप को उसकी जानकारी दी थी। इसके बाद परिवार पिछले महीने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिला था।
छह साल पहले लापता हुआ था सोनू
दिल्ली पुलिस के मुताबिक करीब छह साल पहले सोनू के गुम होने की रिपोर्ट यमुना विहार थाने में दर्ज हुई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद फिरौती के लिए एक महिला द्वारा कॉल करने की बात भी सामने आई थी। सोनू को खोजने के लिए सभी प्रयास किए गए थे, लेकिन तीन साल तक कोई सुराग न मिलने पर फाइल को बंद कर दिया गया था। सोनू के पिता महमूद गैराज चलाते हैं, जबकि मां मुमताज गृहणी हैं।
जमाल इब्नमूसा हैं बजरंगी भाईजान
सोनू की वापसी बांग्लादेश के रहने वाले जमाल इब्नमूसा के चलते हो पा रही है। एक निजी कंपनी में काम करने वाले जमाल की एक दिन सोनू से मुलाकात हुई तो उसने अपने साथ हो रहे जुल्म की जानकारी दी। इसके बाद जमाल ने पुलिस में शिकायत की और खुद दिल्ली आकर महमूद को उनके बेटे के बारे में जानकारी दी थी।