अब कोरोना वार्ड से मोर्चरी तक ढाई घंटे में पहुंचाया जाएगा शव
लोक नायक अस्पताल में अब कोरोना मरीजों के दम तोड़ने से लेकर उनके अंतिम संस्कार तक का ख्याल रखा जाएगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
लोक नायक अस्पताल में अब कोरोना मरीजों के दम तोड़ने से लेकर उनके अंतिम संस्कार तक का ख्याल रखने के लिए अस्पताल की ओर से रूपरेखा तैयार की गई है। कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले मरीज के शव को पैक करने में अब तक देरी की बात सामने आती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब ढाई घंटे में शव को कोरोना वार्ड से मोर्चरी तक पहुंचा दिया जाएगा।
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार की ओर से आदेश जारी कर कहा गया है कि कोरोना से दम तोड़ने वाले मरीज का ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर को 30 मिनट में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर देना होगा और शव नर्स को सौंपना होगा। इसके बाद नर्स तुरंत शव को वहां से हटाकर 30 मिनट के अंदर सैनिटाइजेशन रूम में ले जाएगी, जहां शव को सैनिटाइज किया जाएगा। इस दौरान कोरोना वार्ड में तैनात नर्स व अन्य कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह मौत होने के बाद तुरंत शव को वार्ड से हटा दें। साथ ही शव को सही तरीके से पैक करें। इसके बाद वह मरीज के शव को वैन के माध्यम से वार्ड से मोर्चरी तक ले जाएं। शव को पैक करने में सफाई कर्मचारी नर्सिंग अर्दली का साथ देंगे। कोरोना वार्ड से मोर्चरी तक शव को पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया को ढाई घंटे के अंदर पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद परिजनों को सूचना देने के बाद एंबुलेंस की मदद से शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट या क्रबिस्तान तक ले जाएंगे।
बता दें कि अस्पताल की हर मंजिल पर सैनिटाइजेशन के लिए कमरे बनाए गए हैं, ताकि अन्य मरीजों को दिक्कत न हो। वहीं अस्पताल में भर्ती होने वाले कुल कोरोना संक्रमितों में से केवल तीन से पांच फीसद मरीज ही दम तोड़ते हैं। मृतक के परिजनों को देनी होगी जानकारी
कर्मचारियों को बताया गया है कि वह फाइल पर लिखे नंबर के मुताबिक मृतक के परिजनों को उसकी जानकारी दें। इसके अलावा मरीजों के मोबाइल, अंगूठी, चार्जर आदि सामान को एक प्लास्टिक की थैली में पैक करने के लिए भी कहा गया है। ताकि बाद में उनके परिजनों को दिया जा सके। ऐसे होती है शव की पैकिग
कोरोना वार्ड से शव को ले जाकर सबसे पहले सैनिटाइजेशन रूम में सैनिटाइज किया जाता है। इसके बाद शव को पीपीई किट में डाला जाता है। इसके बाद पॉलीथिन में डालकर शव को पैक कर दिया जाता है। वहीं, अब आदेश जारी किया गया है कि नर्सिंग अर्दली और सफाई कर्मचारी दो घंटे के भीतर शव को वैन के माध्यम से वार्ड से मोर्चरी तक लेकर जाएंगे।