प्रतिस्पर्धा से अब डीडीए सुधारेगा पार्को का हाल
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के पार्को का हाल अब प्रतिस्पर्धा के ज
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के पार्को का हाल अब प्रतिस्पर्धा के जरिये सुधारा जाएगा। पहले चरण में यह प्रतिस्पर्धा बडे़ पार्को के लिए होगी जबकि बाद में सभी स्तर के पार्को के लिए। बेहतर रखरखाव वाले पार्को के प्रभारी अधिकारी और कर्मचारी नकद पुरस्कार से सम्मानित किए जाएंगे।
दिल्ली में डीडीए के छोटे- बडे़ करीब सात सौ पार्क हैं। कुछ का रखरखाव तो ठीक है, लेकिन ज्यादातर की हालत खस्ता है। इससे लोग इन पार्को में जाना पसंद नहीं करते। बहुत सी जगह तो अतिक्रमण और अवैध कब्जा हो रखा है।
जानकारी के मुताबिक डीडीए ने एक प्रतिस्पर्धा की योजना तैयार की है।
इसके तहत पहले चरण में दो श्रेणियां रखी गई हैं। पहली श्रेणी में 50 एकड़ वाले पार्क, जबकि दूसरी श्रेणी में 5 से 10 एकड़ वाले पार्क शामिल किए जाएंगे। इससे छोटे पार्क तीसरी श्रेणी में शामिल होंगे।
प्रतिस्पर्धा के तहत पहली श्रेणी में जोन स्तर पर बंटे 22 पार्क शामिल किए जा रहे हैं, दूसरी श्रेणी में 80 पार्क लिए गए हैं। इसके तहत अधिकारियों को पार्को के सुंदरीकरण व रखरखाव पर ध्यान देना होगा। इसके तहत पार्क की चहारदीवारी, हरित क्षेत्र, ढंग से कटी हुई घास, फूल वाले पौधे, हरे-भरे पेड़ पौधे एवं वहां आने वाले लोगों की संख्या पर भी गौर किया जाएगा। एक उच्च स्तरीय समिति इन पार्को का निरीक्षण कर उनकी रैंकिंग करेगी। इसमें जो पार्क प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाएंगे, उनके प्रबंधक अतिरिक्त निदेशक से लेकर अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को नकद पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। डीडीए को उम्मीद है कि प्रतिस्पर्धा से उद्यान विभाग का स्टाफ प्रोत्साहित एवं प्रेरित होगा। पिछले दिनों कुछ पार्को का मैने दौरा किया था। उनकी स्थिति मुझे संतोषजनक नहीं लगी। इसीलिए पार्को को बेहतर बनाने के लिए यह प्रतिस्पर्धा शुरू की गई है। आशा है कि जल्द ही इसके बेहतर परिणाम आएंगे।
-तरुण कपूर, उपाध्यक्ष, डीडीए।