दुष्कर्म पीड़िता व गर्भवती को भर्ती न करने पर डीसीडब्ल्यू ने भेजा नोटिस
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में सात साल की दुष्कर्म पीड़िता और एक गर्भवती
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में सात साल की दुष्कर्म पीड़िता और एक गर्भवती महिला को इलाज न देने पर दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने संज्ञान लिया है। आयोग ने मामले में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव को नोटिस जारी किया है।
कुछ दिन पूर्व अस्पताल में सात साल की दुष्कर्म पीड़िता को इलाज के लिए लाया गया था। पीड़िता को इलाज के लिए कथित रूप से एक घटे तक इंतजार करवाया गया। जब पीड़ित बच्ची की हालत बिगड़ी तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां एंबुलेंस सेवा तक न होने के कारण बच्ची को निजी एंबुलेंस सेवा के जरिए दूसरे अस्पताल में पहुंचाया गया। इसके अलावा अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए पर्याप्त संख्या में डॉक्टर नहीं है। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सुविधा कई माह से बंद है, जिस कारण महिलाओं को जांच के लिए निजी केंद्रों या अन्य अस्पतालों का रुख करना पड़ता है।
आयोग अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सचिव को नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया है। विभाग से जवाब मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आयोग अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा।