विहिप के पूर्व अध्यक्ष विष्णु हरि डालमिया का निधन
राममंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक विश्व ¨हदू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष विष्णु हरि डालमिया का बुधवार को निधन हो गया है। वह 91 साल के थे। काफी दिनों से वह सांस संबंधि बीमारियों से जूझ रहे थे। गोल्फ ¨लक में स्थित आवास में सुबह 9 बजकर 3
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राममंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक विश्व ¨हदू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष विष्णु हरि डालमिया का बुधवार को निधन हो गया है। गोल्फ ¨लक स्थित अपने आवास पर सुबह 9 बजकर 38 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। शाम निगम बोध घाट पर वैदिक रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया गया। 91 वर्षीय डालमिया काफी दिनों से सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे।
डालमिया ने विहिप के वरिष्ठ नेताओं अशोक ¨सहल और गिरिराज किशोर के साथ राम जन्मभूमि आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी। वर्ष 1992 में जब राम मंदिर आंदोलन हुआ था तब वह विहिप के अध्यक्ष थे। बाबरी ढांचा ढहाए जाने के मामले में उनको भी सह-अभियुक्त बनाया गया था। 17 जनवरी 1928 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में जन्मे डालमिया उद्योग - व्यापार जगत के भी नामी हस्ती थे। गोसेवा में उनका नाम आदर से लिया जाता था।
निगम बोध घाट पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश ¨सघल, प्रवक्ता विनोद बंसल, विहिप हरियाणा के अध्यक्ष रमेश, दिल्ली के उपाध्यक्ष अशोक, एकल विद्यालय के राजेश खेतान के अलावा काफी संख्या में उद्योगपति, समाजसेवी व साधु संतों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। विनोद बंसल ने बताया कि वह वर्ष 1979 में विहिप से जुड़े थे। उपाध्यक्ष और कार्याध्यक्ष के बाद साल 2005 तक अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। मौजूदा समय में वह विहिप के संरक्षक थे। विहिप अध्यक्ष जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि डालमिया के निधन से सिर्फ विहिप ही नहीं बल्कि संपूर्ण ¨हदू समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची है। हर मुद्दे पर उनके संवेदनशील विचार मस्तिष्क को झकझोर देते थे।