नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : क्राइम ब्रांच ने सरकारी नौकरी का झांसा देकर युवाओं को ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : क्राइम ब्रांच ने सरकारी नौकरी का झांसा देकर युवाओं को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित आर्मी, रेलवे, बैंक सहित अन्य विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देते थे। चार युवकों ने 24 लाख रुपये की ठगी की शिकायत की थी। गिरोह दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई युवाओं को शिकार बना चुका है। आरोपितों के पास से कई स्टांप, लेटर हेड, आइ कार्ड, लैपटॉप और एक कार बरामद हुई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपितों की पहचान बिहार के समस्तीपुर निवासी शशि भूषण उर्फ मनीष, मधुबनी निवासी शीतल और दिल्ली के मुखर्जी नगर निवासी संदीप के रूप में हुई है। वे दिल्ली में ठिकाना बदल-बदल कर वारदात को अंजाम दे रहे थे। गिरोह का मुखिया शशि भूषण है। इसी साल तीन जनवरी को गुरुग्राम निवासी केशव ने केस दर्ज कराया था कि शशि भूषण ने उसके भाई व तीन जानकारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठग लिया है। प्रत्येक से नौकरी के बदले छह लाख रुपये लिए गए। केशव ने बताया था कि वर्ष 2016 में वह एक दोस्त के जरिये शशि भूषण से मिला था। उसने रौब जमाते हुए कहा था कि वह सरकारी नौकरी लगवा सकता है। उसके बहकावे में आकर केशव ने भाई को रेलवे में टीसी की नौकरी लगवाने के लिए पैसे दिए थे।
जांच में पता चला है कि गिरोह का सदस्य मनोज युवाओं से पैसे लेने के बाद मेडिकल कराने और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने का नाटक करता था। वह युवाओं को रेलवे के एक अस्पताल में ले जाता और वहां खून का टेस्ट कराता था। वह नकली आई कार्ड बनवाने सहित गाजियाबाद में ट्रेनिंग दिलवाने का भी नाटक करता था।