पत्नी की हत्या में दोषी पति 25 साल बाद गिरफ्तार
नागपुर (महाराष्ट्र) में पत्नी की हत्या करने के मामले में उम्रकैद की सजा पाए सजायाफ्ता पति को क्राइम ब्रांच ने 25 साल बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया है। 1993 में पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। कई वर्षो से वह दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था। क्राइम ब्रांच को सूचना मिलने पर उसे दबोच लिया गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : नागपुर (महाराष्ट्र) में पत्नी की हत्या करने के मामले में उम्रकैद की सजा पाए सजायाफ्ता पति को क्राइम ब्रांच ने 25 साल बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया है। 1993 में पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। कई वर्षो से वह दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था। क्राइम ब्रांच को सूचना मिलने पर उसे दबोच लिया गया।
डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. राम गोपाल नायक के मुताबिक, गिरफ्तार सजायाफ्ता का नाम फरीद खान (60) है। वह करावल नगर में दूसरी पत्नी के साथ रह रहा था। 1991 में नागपुर की स्थानीय अदालत ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी। 1993 में वह एक हफ्ते के पैरोल पर बाहर आया था, उसके बाद उसने आत्मसमर्पण नहीं किया। वह कई राज्यों में अपने रिश्तेदारों व परिचितों के पास छिपता रहा। कुछ वर्षो से वह दिल्ली के नेहरू विहार, करावल नगर में किराये पर मकान लेकर छिप कर रहता रहा। 16 नवंबर को एएसआइ ताराचंद को सूचना मिली कि पहली पत्नी की हत्या का आरोपित सजायाफ्ता फरीद खान वीपी मार्केट गगन सिनेमा के पास आने वाला है। एसआइ रजनीश, एएसआइ योगेंद्र, हवलदार कर्मवीर व पंकज की टीम ने वहां से उसे दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि 1984 में फरीद खान की नागपुर में ही निरमा नाम की युवती से शादी हुई थी। उसके बाद उसने ताहिरा नामक युवती से दूसरी शादी कर ली। यह बात पहली पत्नी को पसंद नहीं आई, इसको लेकर फरीद खान व निरमा के बीच झगड़ा होने लगा। इससे तंग होकर फरीद खान ने अपने साथियों संग पहली पत्नी की हत्या करने की साजिश रची और कुछ दिन बाद उनकी हत्या कर दी थी।