Move to Jagran APP

दिल्ली में नकली दवाओं पर निगरानी का सिस्टम फेल

नकली दवाओं की निगरानी और असली दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी औषधि नियंत्रक (ड्रग्स कंट्रोलर) विभाग की है, लेकिन दिल्ली में दवाओं की निगरानी का सिस्टम फेल होता दिख रहा है।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 08:48 PM (IST)
दिल्ली में नकली दवाओं पर निगरानी का सिस्टम फेल

नई दिल्ली (रणविजय सिंह)। नकली दवाओं की निगरानी और असली दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी औषधि नियंत्रक (ड्रग्स कंट्रोलर) विभाग की है, लेकिन दिल्ली में दवाओं की निगरानी का सिस्टम फेल होता दिख रहा है।

loksabha election banner

स्थिति यह है कि यह विभाग सरकारी अस्पतालों से हर साल दवाओं की जांच के लिए सौ नमूने भी नहीं उठा पा रहा है। एक आरटीआइ में खुलासा हुआ है कि वर्ष 2014-15 में सरकारी अस्पतालों से मात्र 53 नमूने लिए गए। पांच साल से कमोबेश यही स्थिति है, जबकि एम्स, सफदरजंग, लोकनायक, जीटीबी अस्पताल सहित तमाम बड़े-छोटे अस्पतालों में नकली दवाओं की आपूर्ति हो रही है।

ऐसे में औषधि विभाग के कामकाज की निगरानी जरूरी है। क्योंकि सैंपल इतने कम लिए जा रहे हैं कि गुणवत्तापूर्ण दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना आसान नहीं है।

रोहिणी के रहने वाले आरएच बंसल ने आरटीआइ दायर कर दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रक विभाग से पूछा था कि पांच साल में सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों से कितने नमूने लिए गए। उनमें से कितने नमूने जांच में फेल हुए।

हाल ही में दिए जवाब में औषधि नियंत्रक विभाग ने बताया है कि पांच साल में 227 नमूने ही जांच के लिए लिए गए। इस तरह औसतन हर साल 45 नमूने ही लिए जा सके, जबकि दिल्ली में केंद्र व दिल्ली सरकार, नगर निगम आदि एजेंसियों के करीब 132 अस्पताल हैं।

इसके अलावा सैकड़ों डिस्पेंसरियां हैं। इससे साफ है कि सभी अस्पतालों से नमूने भी नहीं उठाए जा रहे हैं। यह मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि सरकारी अस्पतालों में नकली दवाएं पकड़ी गई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.